भजन/भावगीत

हे शिव शंकर

हे ! शम्भू हे! शिव शंकर,
हे! कैलाशी हे! महादेव।
हे!श्रवण मास के शुभदेवता,
है तुमको आज प्रणाम निवेदित।
आओ हृदय में निवास करो,
भारत का कुछ कल्याण करो।
दूर हतासा अंधकार हो,
सुंदर सुखमय जन जीवन हो।
प्रभु ऐसा कुछ सृजन कर दो,
युवा पीढ़ी विवेकानन्द कर दो।
घर-घर में मंगलगान हो जाये,
सावन में झूलों की बहार हो जाय।

— बाल भास्कर मिश्रा

*बाल भास्कर मिश्र

पता- बाल भाष्कर मिश्र "भारत" ग्राम व पोस्ट- कल्यानमल , जिला - हरदोई पिन- 241304 मो. 7860455047