आलू से सोना !!
डालो इधर से कि अपना बुढ़ापा,
उधर से जवानी छलक आयेगी।
मेरे देश के है युवा की जुबानी,
आलू से सोने कीचमक आयेगी।
सुनो दुनिया वालो, हिन्द की बातें,
जहां में भारत की, धमक जायेगी।
पप्पू की बातों में बिल्कुल न आना,
वर्ना मूर्खों जैसी महक आयेगी।
नादान दोस्त से अच्छा है दुश्मन,
कि पप्पू से तो पीढ़ी बहक जायेगी।
— हृदय जौनपुरी
बहुत खूब !
धन्यवाद महोदय।