कविता

रक्षाबंधन

रक्षाबंधन, 26-8-18

भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को अपने आँचल में छूपाये हुए इस महान पर्व रक्षाबंधन के अनुपम अवसर पर आप सभी को दिल से बधाई व मंगलमयी शुभकामना, ॐ जय माँ शारदा…..!

“चतुष्पदी”

राखी का त्यौहार प्रिय, प्रिय बहना का स्नेह।

पकड़ कलाई वीर की, बाँध रही शुभ नेह।

थाली कंकू से भरी, सूत्र रंग आशीष-

रक्षा करती है बहन, मयका अनुपम गेह॥ “गेह-गृह”

“हाइकु”

सजी बाजर

राखी रक्षा त्यौहार

रंग बिरंगी॥-1

रंग अनेक

कच्चे पतले धागे

राखी बंधन॥-2

पावनी राखी

रिश्ता ऋतु बैसाखी

सुंदर पल॥-3

महातम मिश्र, गौतम गोरखपुरी

*महातम मिश्र

शीर्षक- महातम मिश्रा के मन की आवाज जन्म तारीख- नौ दिसंबर उन्नीस सौ अट्ठावन जन्म भूमी- ग्राम- भरसी, गोरखपुर, उ.प्र. हाल- अहमदाबाद में भारत सरकार में सेवारत हूँ