या फिर
या फिर
बहुत कुछ अव्यक्त सा
जरा-जरा अभिव्यक्त सा
बहुत कठिन है ये दौर
कितनी परीक्षाएँ
मौन रह जाना
या फिर
साहस के साथ
लड़ते रहना
बहुत कुछ खो देने के बाद भी
संघर्ष करते रहना
या फिर
घुटने टेक देना
हालात के सामने
टूटकर बिखर जाना
या फिर
झूक जाना तकदीर के नाम पर
हाथों की लकीरों का
बहाना लेकर
या फिर
खुद को साबित करना
अपनी ही राह पर
चलते रहकर
हरेक कठिन परीक्षा
से गुजरकर।।