संस्मरण

संस्मरण

शिक्षक दिवस पर विशेष
विधा संस्मरण

मेरे प्रथम गुरु

कलफ लगी सफेद धोती , सफेद कड़क कुरता ,
काले मौजे , काले चमचमाते जूते, तेल लगे टेढ़ी मांग निकालकर काढ़े गये बाल और साधारण कद काठी गेहुआँ रंग, साधारण शक्ल सूरत और मध्यम आवाज चेहरे पर कोमल भाव ये थे मेरे प्रथम गुरु श्री वर्मा जी, तब मै तीसरी कक्षा में पढ़ती थी मुझे पहली दूसरी कक्षा के विषय में कुछ याद नहीं है , लेकिन मै आपने ग्राम की पाठशाला में पहली कक्षा से ही पढ़ रही थी यह मुझे मम्मी और बाबूजी के द्वारा ज्ञात हुआ । अर्थात मेरे प्रथम गुरु वर्मा जी थे यह तो तय था ।
मध्य प्रदेश के छोटे से गांव “ढेकन “जहाँ बिजली एवं सड़क नहीं थी में मेरी प्राथमिक शिक्षा आरंभ हुई एवं वहीं से मैंने पांचवी कक्षा पास की ।
हमारे मास्टर साहब वर्मा जी बहुआयामी व्यक्तित्व के स्वामी थे, अच्छे शिक्षक तो थे ही देश से अथाह प्रेम था उन्हें, छब्बीस जनवरी हो या पन्द्रह अगस्त, छोटे से गाँव के छोटे से विद्यालय में बड़े ही जोर शोर से मनाया जाता था प्रभातफेरी निकाली जाती… हाथ में झंडा लेकर हम सब बच्चे “विजयी विश्व तिरंगा प्यारा झंडा ऊंचा रहे हमारा गाते हुऐ हम छोटे- छोटे बच्चे देश प्रेम की भावनाओं से ओतप्रोत हो जाते… प्रभात फेरी सुनिश्चित रास्तों से होती हुई स्कूल वापस आती तत्तपश्चात झंडा फहराया जाता चीफ गेस्ट मेरे बाबूजी होते थे क्योंकि वे गांव के जमीदार भी थे और सरपंच भी …
देशभक्ति के गीतों एवं तकरीरों के साथ रंगारंग कार्यक्रम आरंभ होता – शहीद भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, रानी लक्ष्मी बाई, मंगल पांडे ,महात्मा गांधी, जैसे नामों और उनके कामों से हम उस कम उम्र में ही वाकिफ हो चुके थे , प्रथम गुरु के कारण ही। वह केवल स्कूली शिक्षा पर विश्वास नहीं रखते थे ,उसके अतिरिक्त इतिहास भूगोल एवं दुनिया में कितने देश हैं, कितने सागर , कितने मौसम कितनी भाषा हैं यह ज्ञान भी हमने उन्हीं से प्राप्त किया।
जन्म अष्टमी, रामनवमी, दशहरा, दिवाली
होली जैसे त्योहारों के मनाने के पीछे की कहाँतियाँ भी हमें उन्होने ही बताई और याद कराई…राम -रावण और रामायण ,
कृष्ण- कंस , पांडव -कौरव भहाभारत आदि के विषय में भी हमने प्रथम उन्हीं से जाना।
आज का यह संस्मरण गुरुवर आदरणीय वर्मा जी को श्रद्धापूर्वक सर्मपित ।
दो शब्दों में कहा जाये तो वह स्वयं “संपूर्ण पाठशाला ” थे ।
नमन

मौलिक

अनुपमा सोलंकी

जन्म-१.३.१९६३ जन्म स्थान - ग्वालियर ,मध्य प्रदेश शिक्षा - स्नातकोत्तर इतिहास के. आर .जी .कॉलेज ग्वालियर , मध्य प्रदेश प्रकाशित रचनाएं - लघुकथाएं १ -सुनयना २ -देशप्रेम । नई रोशनी नई पहल साझा संकलन में Email [email protected]