कविता

भारतीयता की पहिचान हिन्दी

भारतीयता की पहिचान,
हिन्दी बिना अधूरी है।
इसीलिए हिन्दी की शिक्षा;
सबके लिए जरूरी है।।
भारतीयता की पहिचान…
हिन्दु हों या जैन बौद्ध हों,
सिक्ख पारसी भाई हों।
ब्राह्मण हों या अन्य वर्ण हों;
मुमलमान ईसाई हों।।
भारतीयता की पहिचान…
आस्तिक हों या नास्तिक हों,
भारत देश निवासी हैं।
राष्ट्र के सत्य हितैषी;
निष्ठावान् विश्वासी हैं।।
भारतीयता की पहिचान…
भारतीयता की संस्कृति से,
परिचय सबका जरूरी है।
संस्कृति बिना जीवनी सबकी;
सच्च में ही अधूरी है।।
भारतीयता की पहिचान….
रहकर राष्ट्र में सबको,
हितकर कार्य करना ही होगा।
तभी विश्व में राष्ट्र हमारा;
उच्चस्थ सम्मान पा सकेगा।।
भारतीयता की पहिचान…
हिन्दी के प्रचार-प्रसार पर,
ध्यान सबको देना होगा।
हर क्षेत्र में राष्ट्र एकता का;
संदेश प्रसारित करना होगा।।
भारतीयता की पहिचान…
रोजगार के क्षेत्र में भी,
आज हिन्दी का ज्ञान जरूरी है।
इसीलिए जनता की शिक्षा;
हिन्दी बिना अधूरी है।।
भारतीयता की पहिचान…
शम्भु प्रसाद भट्ट “स्नेहिल”

शम्भु प्रसाद भट्ट 'स्नेहिल’

माता/पिता का नामः- स्व. श्रीमति सुभागा देवी/स्व. श्री केशवानन्द भट्ट जन्मतिथि/स्थानः-21 प्र0 आषाढ़, विक्रमीसंवत् 2018, ग्राम/पोस्ट-भट्टवाड़ी, (अगस्त्यमुनी), रूद्रप्रयाग, उत्तराखण्ड शिक्षाः-कला एवं विधि स्नातक, प्रशिक्षु कर्मकाण्ड ज्योतिषी रचनाऐंः-क. प्रकाशितःः- 01-भावना सिन्धु, 02-श्रीकार्तिकेय दर्शन 03-सोनाली बनाम सोने का गहना, ख. प्रकाशनार्थः- 01-स्वर्ण-सौन्दर्य, 02-गढ़वाल के पावन तीर्थ-पंचकेदार, आदि-आदि। ग. .विभिन्न क्षेत्रीय, राष्ट्रीय, अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की पत्र/पत्रिकाओं, पुस्तकों में लेख/रचनाऐं सतत प्रकाशित। सम्मानः-सरकारी/गैरसरकारी संस्थाओं द्वारा क्षेत्रीय, राष्ट्रीय, अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के तीन दर्जन भर से भी अधिक सम्मानोपाधियों/अलंकरणों से अलंकृत। सम्प्रतिः-राजकीय सेवा/विभिन्न विभागीय संवर्गीय संघों तथा सामाजिक संगठनों व समितियों में अहम् भूमिका पत्र व्यवहार का पताः-स्नेहिल साहित्य सदन, निकटः आंचल दुग्ध डैरी-उफल्डा, श्रीनगर, (जिला- पौड़ी), उत्तराखण्ड, डाक पिन कोड- 246401 मो.नं. 09760370593 ईमेल [email protected]