जिंदगी एक सिनेमा
ये जिंदगी भी
तो है इक सिनेमा
नए किरदार
नए अभिनय
रंग अनेक
कभी श्वेत श्याम सी यादें
कभी रंग बिरंगी बातें
कभी खिलता मौसम
कभी ठहरा सा जीवन
रोज नया सा रोल
जिंदगी ये गोल
वो ऊपरवाला करता निर्देशन
जीवन ये रंग मंच
किरदार खत्म होते ही
जीवन हो खत्म
मृत्यु का आगमन
नवजीवन प्रारंभ…
— डाॅ सोनिया