गीत/नवगीत

आह्वान-गीत

आओ निरंतर पथ चले और,
मंजिल का हम वरण करें।
पथ की बाधाओं, कांटो का,
पौरुष के बल दमन करें।।1।।

मानव जीवन की क्षमता,
योग्यता का लाभ उठाएं।
बैठे रहने से क्या होना,
मंजिल के पथ कदम बढ़ाए।।2।।

सृष्टि की रीति पर चलकर,
जीवन को हम सुमन करें।
आओ निरन्तर पथ चलें,
और मंजिल का वरण करें।।3।।

यौवन के दिन अधिक नहीं जो,
आज मिले वो कल भी होंगे।
वक्त बड़ा बल वाला साथी,
अप्रत्याशित पल भी होंगे।।4।।

भीतर की बाती में तेज और,
प्राणों में वो पवन भरें।
आओ निरंतर पथ चलें,
मंजिल का हम वरण करें।।5।।

जीवन धन्य सिर्फ उसी का,
जो परहित कुछ करना सीखा।
खुदगर्जी को छोड़, परहित,
बाधाओं से लड़ना सिखा।।6।।

मन में ले संकल्प चले हम,
और विजय स्मरण करें।
आओ निरंतर पथ चले और,
मंजिल का हम वरण करें।।7।।

मुकेश बोहरा अमन

मुकेश बोहरा 'अमन'

पिता का नाम - स्व. श्री पारसमल बोहरा (जैन) माता का नाम - स्व. श्रीमती शान्ति देवी धर्मपत्नि - श्रीमती शान्ति बोहरा ‘शान्त’ अनुज भ्राता - श्री राहुल बोहरा ‘अमन’ संतान - 1. कार्तिक बोहरा 2. कु. संध्या बोहरा जन्म तिथि - 20.07.1984 शैक्षणिक योग्यता - अधि-स्नातक (हिन्दी), बी.एड. व्यवसाय:- शिक्षण कार्य, राजकीय सेवा में अध्यापक, राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय, सांसियों का तला, बाड़मेर राजस्थान भारत प्रकाशित कृतियां - 1. महिला सशक्तिकरण को लेकर कालजयी कृति ‘‘हिम्मत है तो वार करो’’ 2. ओरण-गोचर संरक्षण को लेकर पुस्तक ‘‘ओरण हमारी धरोहर’’ 3. बाल साहित्य में ‘‘भगवान हमारे दादाजी’’ रूचियां:- काव्य लेखन, गद्य लेखन, स्वतंत्र पत्रकारिता, समाज-सेवा, किताबें पढ़ना आदि । स्थायी पता - अमन भवन, महावीर सर्किल, जूना केराडू मार्ग, बाड़मेर राजस्थान भारत 344001 मोबाईल नम्बर:- 8104123345, फेसबुक - कवि मुकेश अमन Email - [email protected]