कविता

पर्यावरण बचाएं

पेड़ों से इस धरा को सजाएँ
वातावरण स्वच्छ बनाये
आओ पर्यावरण बचाएं
सब मिल के पेड़ लगाएं

प्रदूषित कर दिया नदियों का पानी
और तबाह हो रही है जिंदगानी
जहाँ तहाँ मत कूड़ा फेंको
धरा का कण कण महकाओ

धरती की सौंदर्य प्रकृति से
नहीं कृतिम आकृति से
मानव तू कितना गया बौखला
धरती को क्यों कर रहा खोखला

आओ सब मिलकर धरा सजाएँ
सर्वत्र हरियाली लाएं
अपनी प्यारी धरती माँ का
पर्यावरण खुशहाल बनाएं

पेड़ हमें देते फल और औषधि न्यारी
छाया देते और सरस हवा सुखकारी
सारे जग के शुभचिंतक व उपकारी
जगत को देते ऑक्सीजन सारी

अगर चाहते सुख से जीना
पर्यावरण बचाना होगा
घोर प्रदुषण से मिल जुलकर
वातावरण बचाना होगा।

कालिका प्रसाद सेमवाल
मानस सदन रुद्रप्रयाग उत्तराखंड।

कालिका प्रसाद सेमवाल

प्रवक्ता जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान, रतूडा़, रुद्रप्रयाग ( उत्तराखण्ड) पिन 246171