“पिरामिड”
“पिरामिड”
वो
रीति
प्रतीति
परंपरा
ज्ञान अक्षरा
सकुचाती गई
क्यों छोड़कर जाती।।-1
वो
शुद्ध
दीवाली
प्रतिपाली
जीवन शैली
बदलती ऋतु
नव फूल खिले हैं।।-2
महातम मिश्र, गौतम गोरखपुरी
“पिरामिड”
वो
रीति
प्रतीति
परंपरा
ज्ञान अक्षरा
सकुचाती गई
क्यों छोड़कर जाती।।-1
वो
शुद्ध
दीवाली
प्रतिपाली
जीवन शैली
बदलती ऋतु
नव फूल खिले हैं।।-2
महातम मिश्र, गौतम गोरखपुरी