गीतिका/ग़ज़ल

मुझे जिंदगी को बचाना है यारो

मुझे जिंदगी को बचाना है यारो
जमाने को फिर से सजाना है यारो

बिछड़ कर अलग जो हुए थे वहाँ पर
उन्हें साथ फिर से ही लाना है यारो

अकेले अकेले कहाँ जा रहे हो
सभी को वहीं पर ही जाना है यारो

चाहे आगे आगे या पीछे ही चल दो
कदम से कदम तो मिलाना है यारो

कठिन राह से आगे बढ़ते ही बढते
हमें मंजिलों को तो पाना है यारो

कहीं काँटे होंगे कहीँ होंगे पत्थर
इन्हें पार करके दिखाना है यारो

ओम नारायण कर्णधार

पिता - श्री सौखी लाल पता - ग्राम केवटरा , पोस्ट पतारा जिला - हमीरपुर , उत्तर प्रदेश पिन - 210505 मो. 7490877265 ईमेल - [email protected]