मेरे भाई
दुनिया की भीड़ में तुम ,
भाई कहाँ खो गए हो ,
जहाँ तक मेरी आवाज़ ,
नही आ रही तुम तक ।
भाई बड़ा हो या छोटा,
होता बहन का प्यारा,
उस पर हर पल ,
प्यार लुटाती बहन है ।
हमारा वो प्यार अनोखा,
बचपन वाला ,
आज खान खो गया ,
तुम भी खो गए कहीं ।
याद करो हम कैसे ,
एक दूसरे की जान थे ,
बिन एक दूजे के ,
रह नही सकते थे ।
हमेशा लड़ते रहते ,
मां को तंग करते ,
फिर भी दुलारे थे ,
मां के लाडले थे ।
आज भी ये बहन ,
कर रही तेरा इंतज़ार,
वही बचपन जीने को ,
आजा भाई आजा ।।
वादा करती हूं मैं ,
नही लुंगी अब मैं ,
कोई खिलौने ,
दूँगी तुझको मेरी गुड़िया।
दुनिया की भीड़ में ,
हमारा प्यार खो गया,
आ जाओ एक बार ,
दुबारा हम जी ले बचपन ।
मां ,बाबा के बाद ,
तुमने ही मायका मेरा ,
संजोए रखा है ,
जो मेरा मान है आज भी ।
जब तक तुम हो ,
मायके में मेरे ,
तब तक मायका है ,
जीवित मेरे लिए ।
दुनिया में हम तुम ,
दोनो खो गए है ,
एक बार आ जाओ ,
पुराना बचपन जी ले हम ।
आओ मेरे प्यारे भाई ,
बहन तुमको पुकार रही ,
आ जाओ ……
अब देर न करो ……..😢😢
सारिका औदीच्य