कदमों के अपने निशां छोड़ जाएं
आओ कुछ ऐसा कर जाएं
कदमों के अपने निशां छोड़ जाएं
मानव जीवन मिला अनमोल
सेवा में समर्पित हो जाएं
होठों पे मुस्कान किसी के
बहते अश्कों को पोंछ जाएं
आओ कुछ ऐसा कर जाएं
कदमों के अपने निशां छोड़ जाएं
नन्हीं कलियों के सपनों को
उम्मीदों का जहाँ दे जाएं
युवाओं को आगे बढ़ना है
हौसलों की उड़ान दे जाएं
आओ कुछ ऐसा कर जाएं
कदमों के अपने निशां छोड़ जाएं
बने जो राह कांटों भरी
आशाओं का गुलिस्तां बनाएं
दृढ़ संकल्प की धार बहा दें
हवाओं का रुख मोड़ जायें
आओ कुछ ऐसा कर जाएं
कदमों के अपने निशां छोड़ जाएं
धन दौलत का क्या है मोल
तन भी मिट्टी में मिल जाना
दी जो धरोहर मातृभूमि ने
उसको भी तो कर्ज़ चुकाएँ
रचें इतिहास खुदी का ऐसा
जहाँ में रोशन नाम कर जाएं
आओ कुछ ऐसा कर जाएं
कदमों के अपने निशां छोड़ जाएं