अलविदा 2018
पल पल बीत गया
इस वर्ष को
सहेज कर यादों में ।
नव वर्ष का
हदय से करे स्वागत
महकती सी कल की
नई भोर में ।
बना हौसलों की नई
उङान बह चलें समीरमय
समय की धारा में ।
फिर एक बार
कालचक्र की
अनजानी राह पर
थाम नई उम्मीदों की डोर में।
शुरू करें एक
नया सफ़र एक
बार फिर से
नव वर्ष की ओर चलने में……
— शालू मिश्रा
नोहर (हनुमानगढ़)