साहित्य अर्पण एक पहल के तत्वाधान में 27 जनवरी 2019 को ऋषि बाम्बेश्वर की तपोभूमि बाँदा(उ०प्र०) में शानदार कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसकी शुरुआत चाँदनी सेठी कोचर-दिल्ली,पी.के.शायर-राजस्थान, पत्रकार अंकित शर्मा-दिल्ली एवम् अनिल कुमार ‘निश्छल’-हमीरपुर नें मिलकर की है । जिसमें आ० डॉ० वीरेंद्र प्रताप सिंह ‘भ्रमर’ जी की अध्यक्षता में विभिन्न शहरों से आए कवियों ने अपने काव्यपाठ से महफ़िल में उपस्थित सभी श्रोताओं को भावविभोर किया। डॉ. वी.पी.सिंह ‘भ्रमर’ जी ने पढ़ा ‘छंद हैं अपने हरसिंगार,’ ‘कैसे कहूँ विकास हुआ है गरीब का धरा बिछौना, पीता दूध मलाई खाता मंत्री के कुत्ते का छौना’ ।
विशिष्ट अतिथियों श्री अशोक श्रीवास्तव जी एवम् श्री संदीप श्रीवास्तव जी ने अपनी रचनाओं से वाहवाही लूटी।मुख्य अतिथि श्री श्री नारायण तिवारी जी ने अपनी प्रस्तुति से समां बाँधा। कार्यक्रम का संचालन सुश्री प्रियंका त्रिपाठी “तरंग” जी ने करके अदब की महफ़िल में चार चाँद लगा दिया। विभिन्न शहरों से आए कवियों में विमल यादव जी,शिवशंकर साहिल, सुशील कुमार, अंजू गुप्ता,दीप्ति चौधरी,सत्यम कुमार पाण्डेय, आशीष पाण्डेय,राजेश तिवारी आर.कुबेर सैड कश्यप,राणा सिंह विजय ‘ध्रुव’,आकिब जावेद,प्रियंका शेखर ‘तरंग’,अनिल कुमार ‘निश्छल’ आदि ने अपनी रचनाओं से हसीन समां बाँधा। कार्यक्रम के समापन की घोषणा अनिल कुमार ‘निश्छल’ जी ने की।कार्यक्रम के मुख्य सहयोगी श्री चंद्रशेखर त्रिपाठी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में रामप्रकाश प्रजापति, राजेन्द्र आर्य, नरेंद्र पटेल,गुरुवेंद्र विश्वकर्मा, विवेक प्रताप सिंह, जैनेन्द्र कुमार, पंकज कुमार आदि का सहयोग सराहनीय रहा।
चाँदनी सेठी कोचर