दोहे- अपना देश महान है
अपना देश महान है,कहते सारे लोग।
दुख सुख में साथी सभी, करते सारे भोग।।
किसान मेरे देश के, करते हाहाकार।
खाद बीज मिलते नहीं, खेत हुये बेकार।।
गौरव गाथा कह रहा, अपना ये इतिहास।
देश हमारा कह रहा, कैसे हुआ विकास।।
जन जन अब गाने लगा, वन्दे मातरम गान।
मेरे भारत देश की,महिमा बडी महान।।
गाँधी गौतम बुद्ध का, पावन अपना देश।
सदियों से देता रहा, सभी को ये सन्देश।।
विकास के पथ पर बढ़े,देश हमारा आज।
तकनीकी बढ़ती रहे, पूरे हो सब काज।।
बड़े दलों में हो रही, नैतिकता कमजोर।
रसना रोज फिसल रही, व्यर्थ मचाये शोर।।
— कवि राजेश पुरोहित