कविता

कविता – सच्चा दोस्त

परिवेश में ,
क्या-क्या नही बदला ।
हवा, पानी, पड़ौसी ,
मगर आपका मिजाज नही बदला ।

वो भी कभी इधर,
कभी उधर चला,
सर्दी, गर्मी, बरसात में ,
मगर आपका अंदाज नही बदला ।।

हरवक्त यही सोचता हूं ,
इन हवाओं का रूख देखकर ,
कि आपसे दोस्ती भी ,
खुदा की खुदाई से कम नही है ।

आज भी देखता हूं
समय के सफर में ,
तब सोचता रह जाता हूं कि
आप किसी भाई से कम नही है ।।

क्या होता है
सच्चा दोस्त,
कह पाना
जरा मुश्किल है ।

मगर यह जरूर है ,
इस सफर के बाद
कि अब वो
हमारा ही दिल है ।।

वो मुझे , मैं उसे ,
बात से, मौन से,
अब आंखों की,
आहट से समझने लगे है ।

इस इश्क को भी ,
जमाना जानने लगा है ,
अब क्या कहें , हम तो,
एक-दूसरे पर जीने-मरने लगे है ।।

तभी तो किसी ने ,
उस फरिश्ते को
बड़े अदब, सलीके से,
अपना दोस्त कहा होगा ।

वो दोस्त भी यूंही ,
खुदा नही हुआ ,
वो भी किसी के इश्क में
गहरे अंधेरों में रहा होगा ।

— मुकेश बोहरा अमन

मुकेश बोहरा 'अमन'

पिता का नाम - स्व. श्री पारसमल बोहरा (जैन) माता का नाम - स्व. श्रीमती शान्ति देवी धर्मपत्नि - श्रीमती शान्ति बोहरा ‘शान्त’ अनुज भ्राता - श्री राहुल बोहरा ‘अमन’ संतान - 1. कार्तिक बोहरा 2. कु. संध्या बोहरा जन्म तिथि - 20.07.1984 शैक्षणिक योग्यता - अधि-स्नातक (हिन्दी), बी.एड. व्यवसाय:- शिक्षण कार्य, राजकीय सेवा में अध्यापक, राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय, सांसियों का तला, बाड़मेर राजस्थान भारत प्रकाशित कृतियां - 1. महिला सशक्तिकरण को लेकर कालजयी कृति ‘‘हिम्मत है तो वार करो’’ 2. ओरण-गोचर संरक्षण को लेकर पुस्तक ‘‘ओरण हमारी धरोहर’’ 3. बाल साहित्य में ‘‘भगवान हमारे दादाजी’’ रूचियां:- काव्य लेखन, गद्य लेखन, स्वतंत्र पत्रकारिता, समाज-सेवा, किताबें पढ़ना आदि । स्थायी पता - अमन भवन, महावीर सर्किल, जूना केराडू मार्ग, बाड़मेर राजस्थान भारत 344001 मोबाईल नम्बर:- 8104123345, फेसबुक - कवि मुकेश अमन Email - [email protected]