बचत का सलीका !!
माँ तुम जौहरी तो नहीं थी
न ही कोई व्यापारी
पर परखने का तरीक़ा
बचत का सलीका
कब कहाँ कैसे
खर्च करना है शब्दों को
कहाँ किसी टूटे औऱ
कमज़ोर का सहारा बनकर
उसे ताकतवर बना देना है
ये हुनर बखूबी सिखाया है
तुमने हमें !
माँ तुम जौहरी तो नहीं थी
न ही कोई व्यापारी
पर परखने का तरीक़ा
बचत का सलीका
कब कहाँ कैसे
खर्च करना है शब्दों को
कहाँ किसी टूटे औऱ
कमज़ोर का सहारा बनकर
उसे ताकतवर बना देना है
ये हुनर बखूबी सिखाया है
तुमने हमें !