हम कमज़ोर नही
हम कमज़ोर नही ….
अपनी आँखों को साफ करो,
बहते हुए आँसू को पोछ दो,
रोते कमजोर लोग है हमेशा ,
हम वीर है इस देश के ,
रो कर खुद को कमजोर ,
नही करना है हमको ,
चाहे जो भी कर ले दुश्मन,
टूटना नही है हमको कभी ,
भावनात्मक रूप से टूट कर ,
मनसूबे दुश्मन के पूरे नही करने,
वो हमको भावनात्मक तोड़ रहा ,
नही हमको टूटना नही है कभी भी ,
कितना दर्द दे दो हमको तुम,
विचलित नही होंगे हम ,
तुम चाहते हो गुस्से में हम वो करे,
जो नुकसान दे दे हमारे अपनों को ,
तो सुनो दुश्मन तुम कान खोल
ये मनसूबे नही होंगे पूरे कभी भी,
हम टूटेंगे नही हालात कैसे भी हो,
हम धैर्य से मुकाबला करेंगे तुम्हारा ।
हम मां भारती की संतान है ,
जो न झुकी कभी न झुकेगी ।।
सारिका औदिच्य