चेतावनी (आल्हा छंद)
बेटा पाकिस्तानी सुन ले, तेरा बाप रहा समझाय।
पाल पोस के किया बडा़ है फिर भी बाप को आंख दिखाय।
सोच समझ ले अब तू पापी, क्यों तू शेर को रहा जगाय।।
बात बात पर झूठ बोलता, पकड़ा जाये तो दाँत दिखाय।
तूने कुछ कुत्ते जो छोड़े हैं, उनको दिया मार गिराय।
लिये कटोरा दर-दर भटके, जल गई रस्सी तऊ बल खाय।
जिस भारत माँ से तू पैदा, उसको धब्बा रहा लगाय।
तेरा बाप नाराज कमीने,अब तेरा काल रहा मड़राय।
हरकत से तू बाज न आये, छुपके करता कुत्ते वार।
पुलवामा में चालीस मारे, कहता हाथ नहीं सरकार।
तूने कुत्ते जो पाले , चुन चुन के हम देंगे मार।
हिम्मत है तो निकल युद्ध को, सेना तुझे रही ललकार।
अभी तो मारे चार सौ कुत्ते, आगे देंगे नाम मिटाय।
चीपों-चीपों करे गधे तू, तेरी दे औकात बताय।
मार मार के भुस भर देंगे, छक्के तेरे देंय छुड़ाय।
तेजस, मिग, जगुआर क्रोध में, और ब्रह्मोस रही ललकार।
पृथ्वी अरु त्रिशूल मिसाइल, अग्नि लड़ने को तैयार।
समझा दे अपने कुत्तों को, देंगे तेरा नाम मिटाय।
अभी एफ सोलह ही मारा, अबके देंगे बम गिराय।
जहां रखे एटम बम तेरे, वहीं पर नष्ट करेंगे जाय।
हक्के बक्के दुश्मन पक्के तुझको देंगे वही मिटाय।
शेर हमारा जब जब बोले, तेरे छक्के दिए छुड़ाय।
प्यासा तू तड़पेगा सुअर, नामोनिशां तेरा मिट जाय।
तेरा बाप यह हिंदुस्तान है तुझको आज रहा समझाय।
हट जा सुअर पीछे हट जा,तुझको कच्चा जायं चबाय।
इतने पर भी तू ना समझे , तेरी मौत गई है आय।
*प्रेम* की भाषा नहीं सुहाये अब तोय देंगे रूप दिखाय।
— प्रेम सिंह “प्रेम”