अभिनंदन का अभिनंदन
ये साहस और ये दमखम
देश प्रेम बल दायक हैं
है अभिनंदन हे वीर पुरुष
आप देश के सच्चे नायक हैं
गर्व आप पर वसुंधरा को
और अंबर को नाज है
लगता है जैसे वीर शिवाजी
बीच हमारे आज हैं
है छवि आपमें महाराणा की
गुरु गोविंद का दस्तक है
आप के दम से जग में ऊंचा
भारत माता का मस्तक है
हैं आप आज के भगत सिंह
और वीर कुंवर महान हैं
है अभिनंदन हे वीर पुरुष
आप कलयुग के हनुमान हैं
आपके साहस ने साहस को
एक नयी परिभाषा दी
देशप्रेम और देशभक्ति की
लोगों में अभिलाषा दी
हम चैन से सोते हैं क्योंकि
आप हमेशा जागते हैं
आपकी आयु हो लंबी
हम यही दुआ बस मांगते हैं
आप के आने से हर घर में
खुशियों का जैसे पर्व है
है अभिनंदन हे वीर पुरुष
आप पर राष्ट्र को गर्व है
— विक्रम कुमार