सरसी छंद – हम देश नहीं झुकने देंगे
अभिनन्दन की अभी रिहाई ,पाक करो मंजूर ।
कड़ा कदम कहीं उठा न लें हम ,होकर फिर मजबूर ।
बिना शर्त लौटाओ सैनिक ,अगर चाहते खैर ।
कुचल के रख दें शीश तुम्हारा ,जी पालोगे बैर ।
चेतावनी तुम्हे देते हैं ,सम्भल जाओ मगरूर ।
कड़ा कदम कहीं उठा न लें हम ,होकर फिर मजबूर ।
इक खरोंच नही आने देंगे ,सुनलो यह संदेश ।
नाम निशान मिटा देंगे हम ,बदले तेरा वेश ।
अभी समय है चेत जाओ अरि ,अभी मृत्यु है दूर ।
कड़ा कदम कहीं उठा न लें हम ,होकर फिर मजबूर ।
— रीना गोयल ( हरियाणा)