लघुकथा

मिठाई

जयपुर के जनाना अस्पताल में एक अम्मा जी पूरे अस्पताल को सर पर उठाए सभी को खुशी से रो रो कर लड्डू खिला रही है ।
साथ साथ भगवान को दुआएं देती जा रही है ।
किसी को कुछ समझ नही आ रहा कि ये खुश है पोता आने से , या रो रही है ।
तभी बींदणी और उनके साथ आये एक मर्द ने बताया कि” ये शहीद श्याम लाल की माँ है जो कि दो महिनें पहले घाटी में आतंकियों के हाथों शहीद हो गया ।आज उस शहीद के घर चिराग आया है फ़ौजी बनने को ।
शादी के कुछ महीनों बाद ही उसको घाटी में भेज दिया , साल में एक बार भी मुश्किल से घर आ पाता पर इस बार वो आया तो बींदणी को ले कर यहाँ अपने स्पर्म सुरक्षित करवा गया ताकि जरूरत होने पर काम आ जाये ।
करीब छह महीने पहले उसने बींदणी को यहाँ आ कर डाक्टर साहिबा को मिलने की बोल गर्भवती होने की कहा ।
देखो उसको गए दो महीनें हो गए और आज उसकी समझदारी से घर का चिराग आया है ।
ये अम्मा इसलिए खुश है और रो रही हैं।
सभी की आंखों में नमी आ गई ये सब सुन कर ।।

सारिका औदिच्य

*डॉ. सारिका रावल औदिच्य

पिता का नाम ---- विनोद कुमार रावल जन्म स्थान --- उदयपुर राजस्थान शिक्षा----- 1 M. A. समाजशास्त्र 2 मास्टर डिप्लोमा कोर्स आर्किटेक्चर और इंटेरीर डिजाइन। 3 डिप्लोमा वास्तु शास्त्र 4 वाचस्पति वास्तु शास्त्र में चल रही है। 5 लेखन मेरा शोकियाँ है कभी लिखती हूँ कभी नहीं । बहुत सी पत्रिका, पेपर , किताब में कहानी कविता को जगह मिल गई है ।