हाँ हुँ मैं चौकीदार !
सबका अपना है, अलग एक किरदार
हिंद का प्रधान सेवक भी है, चौकिदार
भारत के सियासत में, होता है तकरार
चौकन्ना रहेता है, वतन का चौकीदार
ख़ात्मा होगा, वतन का सारा भ्रष्टाचार
हर एक नागरिक हो, देश में चौकीदार
धूल चाटने लगे है देश के बड़े नामदार
भारतियों के आगे, नाम लगे चौकीदार
मतदान के लिए, सब हो जाना तय्यार
जीत कर आयेगा फिर यही चौकीदार
✍️ राज मालपाणी ’राज’
शोरापुर-कर्नाटक