कविता

मतदान

लोकतंत्र की यही पुकार,. वोट हमारा है अधिकार
सोच समझ कर बेझिझक से, चुने अपनी सरकार

मतदान करना गर्व है जनता जनर्दन का यह पर्व है
प्रत्येक भारतीय नागरिक का,. यह परम कर्तव्य है

प्रजा प्रभुत्व देश मे है हिन्दू, मुस्लिम, सिख, इसाई
जात वाद से ऊपर उठकर हम सब है भारतीय भाई

हर एक जीवित नागरिक का मतदान करना गर्व हैं
यही प्रजा प्रभुत्व जनता  जनादेश का माहा पर्व है

भारत के नागरिक के नाते, ‘राज’ करता है आह्वान
इस माहा पर्व पर हम भी, सह परिवार करे मतदान

—  राज मालपाणी ‘राज’

राज मालपाणी ’राज’

नाम : राज मालपाणी जन्म : २५ / ०५ / १९७३ वृत्ति : व्यवसाय (टेक्स्टायल) मूल निवास : जोधपुर (राजस्थान) वर्तमान निवास : मालपाणी हाउस जैलाल स्ट्रीट,५-१-७३,शोरापुर-५८५२२४ यादगिरी ज़िल्हा ( कर्नाटक ) रूचि : पढ़ना, लिखना, गाने सुनना ईमेल : [email protected] मोबाइल : 8792 143 143