बचपन तू बहुत याद आता है
सच में
बचपन
तू बहुत
याद आता
है
भूलने की कोशिशें
बहुत की
मगर
तू बडा़
तड़पाता है
वो विशेष बन
ठन्डे पानी का अहसास
पावों को आज भी
गुदगुदाता है
ऐ बचपन तू
रोज याद आता है
वो हलवे का स्वाद
चनें की सब्जी का स्वाद
आज भी
मन को
ललचाता है
ऐ बचपन
तू रोज याद आता है
वो गिनना
चवन्नी अठन्नी लगन से
मन का गणित
अब गड़बडा़ता है
ऐ बचपन
तू रोज याद आता है ।
अल्पना