भूख लगे तो रोटी की जात नहीं पूछा करते
भूख लगे तो रोटी की जात नहीं पूछा करते
पेट को लगेगी बुरी,ये बात नहीं पूछा करते 1
ये धरती बिछौना ,ये आसमाँ है शामिआना
बेघरों से बारहाँ दिन -रात नहीं पूछा करते 2
मालूम है कि एक भी पूरी नहीं हो पाएगी
बेटियों से उनके जज्बात नहीं पूछा करते 3
क्यों बना है बेकसी का ये आलम कौम में
सरकार से ऐसे सवालात नहीं पूछा करते 4
जिन उँगलियों में कालिख लगा दी गई हो
उनसे फिर कलम-दवात नहीं पूछा करते 5
जो दोस्त चला गया कमाने, गांव छोड़ के
कब होगी अब मुलाक़ात नहीं पूछा करते 6
वो टूट जाएगा बताते बताते हाल अपना
ऐसे इश्क़ की शुरुआत नहीं पूछा करते 7
— सलिल सरोज