लेख

पूर्ण बहुमत की सरकार

हाल ही में लोकसभा चुनाव पूरे हो चुके हैं तथा विजयी राजनीतिक पार्टी अपनी सरकार बनाने जा रही है हालांकि यहाँ गौर करने की बात है कि इस लोकसभा चुनाव में जिस राजनीतिक पार्टी को जीत हासिल हुयी है उस पार्टी ने कुल सीटों में से आधे से अधिक लोकसभा सीटों पर अपना कब्जा जमाया हुआ है तब इस प्रचंड बहुमत को प्राप्त करने पर सरकार को देश की सामाजिक स्थितियों की की गंभीर चुनौतियां को प्रचंड बहुमत से सामना भी करना पडेगा अर्थात देश की जनता ने अपना अमूल्य विश्वासमत देकर सिर्फ राष्ट्र को सभी स्थितियों में मजबूत करने की जिम्मेदारी सौपी है जिससे हमारे देश की तरफ दुनिया का कोई भी देश आंख भी न उठा सके ।
कोई भी राजनीतिक पार्टी जब अपने पूर्ण बहुमत से सांसद में प्रवेश करती है अर्थात सरकार बनाने का प्रस्ताव रखती है तब उसके सिर पर देश के निर्माण की बहुत बड़ी जिम्मेदारी होती है । किसी भी राजनीतिक पार्टी को पूर्ण बहुमत तब प्राप्त होता है जब देश के सामने ऐसी गंभीर परिस्थितियां होती हैं तब इन गंभीर परिस्थितियो से निपटने के लिये एक ऐसे नेतृत्वकारी व्यक्ति की आवश्यकता होती है जो देश में व्याप्त प्रत्येक समस्या को जड़ से खत्म कर दे ताकि देश के नागरिक सुरक्षित रह सके । यही स्थिति आज हमारे देश के सामने है और इसीलिये देश की जनता ने अपनी सारी शक्ति एक नेतृत्वकारी व्यक्ति में समाहित कर दी ताकि वह विघटनकारी स्थितियों का अधिक समय तक सामना कर सके ।
देश की नयी सरकार को पिछली सरकार के कार्यकाल को विस्तार पूर्वक अध्ययन करके ही अपना अगला नया कार्यकाल शुरू करना चाहिये ताकि राष्ट्र निर्माण की नींव को भापा जा सके और अपने अगले कदम में उस नीव के अनुसार ही कार्य कर सकें ।
पिछली सरकार ने नये भारत के निर्माण की नींव रखी थी जो शायद इस सरकार के कार्यकाल में पूरी हो सकती है नये राष्ट्र निर्माण में सरकार को अनेक गंभीर चुनौतियां का सामना करना पड सकता है क्योकिं हमारे देश में अनेक सामाजिक समस्याओं का जाल बिछा हुआ है , देश की जनता जागरूक नहीं हैं , एक दूसरे की संवेदनाओ में कमी इत्यादि कारणों के प्रभाव से सामाजिक समस्याओं का जाल जकडता ही जा रहा है जो आने वाली पीढ़ी के लिये घातक सिद्ध हो सकता है ।
इसलिये कोई भी सरकार चाहे पूर्ण बहुमत की हो या अपूर्ण बहुमत की , उसको राष्ट्र के निर्माण के लिये सामाजिक समस्याओं को खत्म करके सामाजिक ज़रूरतों को पूरा करना सबसे पहला कर्तव्य होना चाहिये क्योंकि यहीं से एक मजबूत राष्ट्र निर्माण की नींव बन जाती है जिसके फलस्वरूप हम किसी भी तरह की स्थिति तक पहुंचने के लिये दिशा का निर्धारण कर सकते हैं जो हमें अपने राष्ट्र निर्माण के लक्ष्य तक पहुँचाने में मदद कर सकती है ।

ओम नारायण कर्णधार

पिता - श्री सौखी लाल पता - ग्राम केवटरा , पोस्ट पतारा जिला - हमीरपुर , उत्तर प्रदेश पिन - 210505 मो. 7490877265 ईमेल - [email protected]