कविता

कविता : ये लड़का और लड़की का फर्क हटाओगे क्या

बाबा एक सवाल है जो मुझे बहुत परेशान कर रहा है उसका जवाब बताओगे क्या,
मुझमें और छोटी में यह है फर्क जो उसको आज समझाओगे क्या,
बाबा बस बात इतनी सी है ना कि वो लड़की है और मैं लड़का हूं,
मुझे स्कूल भेजते हो और उसे घर का काम सीखने कहते हो बाबा ये फर्क मिटाओगे क्या,
बाबा एक सवाल है जो मुझे बहुत परेशान कर रहा है उसका जवाब बताओगे क्या,
कोई आता है घर तो यह मेरा बेटा है कह मेरा परिचय करवाते हो ,
छोटी को कहते हो कि तू अंदर ही रहना कोई आए तो बाहर नही है आना उसे सिखाते हो,
देखा है कभी उसकी आंखों में वो रोती है चिल्लाती है और कहती है बाबा मुझे भी दुनिया देखनी है,
बाबा लड़की होना गलत है क्या और वह लड़की है इसमें उसकी है गलती यह दिखाओगे क्या,
बाबा एक सवाल है जो मुझे बहुत परेशान कर रहा है उसका जवाब बताओगे क्या,
मैं तो अकेला ही जाता हूं घर ले बाहर और देर रात तक दोस्तों के साथ रहता हूं,
मेरे कपड़ों पर कोई सवाल नहीं करते लेते हो वही जो मैं कहता हूं ,
तू इन कपड़ों में बाहर नहीं जाएगी शाम होने से पहले घर को आएगी,
दोस्त यार और दुनिया नहीं है तेरे लिए क्यों कहते हो उसको ये समझाओगे क्या,
बाबा एक सवाल है जो मुझे बहुत परेशान कर रहा है उसका जवाब बताओगे क्या,
मुझसे तो रोज पूछते हो कि बेटा तुम्हे क्या बनना है क्या करना है,
हाइट अच्छी है तो आर्मी करना है या मैथ्स  अच्छी है तो इंजीनियर बनना है,

बाबा कभी पूछा है छोटी से की ये घर के काम के अलावा उसके सपने क्या है,
कभी देखा है उसकी मैथ्स कैसी है और कभी पूछा है कि उसको क्या बनना है ,
नहीं देखा होगा चलो मैं बताता हूं वो  क्या है और क्या बन सकती है आप बताओ सुन पाओगे क्या,
बाबा एक सवाल है जो मुझे बहुत परेशान कर रहा है उसका जवाब बताओगे क्या,
बाबा छोटी उड़ना चाहती है वह पढ़ना चाहती है पूछो तो सही वह बहुत कुछ कहना चाहती हो,
आपको पता है वह मेरे जैसे अच्छे स्कूल में नहीं जाती है पर मेरा मैथ्स का होमवर्क वही करवाती है,
बाबा उसकी डायरी देखी है कभी उसने लिखा है कि उसको आई ए एस बनना है और आपका नाम रोशन करना है,
उसने लिखा है कि आप उसके हीरो हो और आप दुनिया के सबसे अच्छे बाबा हो ,
बाबा सोचो ना आप उसके सपनों को कुचलकर उसके इरादों को बदलकर सच में उसके हीरो बन पाओगे क्या ,
बाबा एक सवाल है जो मुझे बहुत परेशान कर रहा है उसका जवाब बताओगे क्या,
बाबा आपको यही लगता है ना कि ये लड़की है कुछ नहीं कर पाएगी इसको तो कल दूसरे के घर जाना है,
बाबा बस एक बार उसके दिल की सुनो उसको यह ससुराल मायके की दुनियां  से हट बहुत कुछ कर दिखाना है ,
उसने कल होते हुए मुझसे कहा है कि भैया सुनो मुझे आसमां को पाना है,
बाबा छोटी के आंसू नहीं देखे जाते ये लड़का और लड़की का फर्क हटाओगे क्या,

बाबा एक सवाल है जो मुझे बहुत परेशान कर रहा है उसका जवाब बताओगे क्या,
सीतांशु त्रिपाठी

सितांशु त्रिपाठी

स. सूत्र - 9399851765 जिला - सतना ,मध्यप्रदेश