प्यारी छतरी
मेरी प्यारी नीली छतरी ।
वर्षा से हुई गीली छतरी ।
डंडी है इसकी जे आकार ।
तनती है तो वृत्ताकार ।
यह आठ कड़ियाँ वाली है ।
अति सुंदर और निराली है ।
बारिश से यह बचाती मुझे ।
धूप से यह छुपाती मुझे ।
मम्मी से मुझे मिली छतरी ।
मेरी प्यारी नीली छतरी ।
— टीकेश्वर सिन्हा ” गब्दीवाला “