रहे तिरंगा
हर हाथ में रहे तिरंगा भाई ।
हर हाथ में बहे गंगा भाई ।
तन-मन सुंदर निर्मल-धवल ।
चेहरे पर हो खिलता कँवल ।
हिमालय जैसे हों ऊँची शान ।
सिंधु सा धीर गम्भीर महान ।
ईश्वर से महान माता-पिता ।
मानें कुरान इन्हें समझें गीता ।
मातृधरा की करें पहली पूजा ।
काम करें फिर अपना दूजा ।
ऐसा करेगा जब हर इंसान ।
धरा हँसेगी मुस्काएगा आसमान ।