लघुकथा

आज के घर

“कार्यक्रम मेें मिलकर अच्छा लगा ।” उसने कहा,”ऐसे कार्यक्रम जल्दी-जल्दी होना चाहिए, ताकि हम सब मिल सकें ।वैसे तो कहाँ मिलना हो पाता है ?”
किसी ने भी, किसी को भी, भूले से भी अपने घर आने का निमंत्रण नहीं दिया।
आज के घर इंटीरियर डेकोरेशन के लिए हैं, इंसानों के लिए नहीं।

कोमल वाधवानी 'प्रेरणा'

जन्मदिन - 5 मई ,1953 जन्म स्थान - कोटा (राजस्थान ) शिक्षा - स्नातक,बी.एड़ ,स्नातकोत्तर पूर्वार्द्ध ( अर्थशास्त्र ) विशेष कथ्य - दिव्यांग (दृष्टिबाधित) रचनाएँ - पाँच पुस्तकें एवं दस अ.भा.संकलन प्रकाशित सम्मान - पूर्वोत्तर हिंदी अकादमी (शिलांग ) ,साहित्य मण्डल (नाथद्वारा) सहित अनेक संस्थाओं से सम्मानित पता - "शिवनंदन ", 595 वैशाली नगर (सेठीनगर) उज्जैन -456010(म.प्र.) दूरभाष - (0734)2525277 मोबाइल - 9424014477 (केवल वाट्सएप)