दोस्तो की बात
जब भी बात जिंदगी मे दोस्तो की आती है तो एक कहावत ज़रूर याद आ जाती है हर एक फ्रेंड जरूरी होता है यह सही है यह रिश्ता बाकी सारे रिश्तो से बिल्कुल अलग होता है अच्छे दोस्त अपने दोस्त के हर सुख दुख के भागीदार होते हैं अगर आपकी दोस्ती गहरी है तो उम्र के हर पड़ाव पर उसका साथ मिलता है एक सच्चा और अच्छा दोस्त जिंदगी की कई मुसीबतों को दूर कर देता है मैं बहुत खुश नसीब हूं मुझे हमेशा अच्छे दोस्त मिले और उन्होंने सही वक्त पर सही राह दिखाई मेरी दोस्त शिखा ने जीवन के उस पड़ाव पर साथ दिया जब मेरे अपने बच्चों ने मुझे घर के बाहर का रास्ता दिखा दिया। 65 की उम्र में जब शरीर लचर हो जाता है और उसकी शक्ति क्षीण हो जाती है। उम्र की संध्या बेला पर अपने बच्चे के इस तरह के व्यवहार से मन क्षु्ब्ध हो जाता है तब तन मन हताश हो ही जाता है मन गहरी निराशा के दौर से गुजरने लगता है। मैं भी जीवन से हार मान चुकी थी । तब शिखा ने मेरा हाथ थामा। मुझे पीजी में रूम दिलवाया और कहा अब तुम काम शुरू करो । मैं इस दौर में ऐसा महसूस कर रही थी, जैसे कि मेरा वजूद ही खत्म हो गया हो ऐसे में मैं सारे दिन होती रहती ।तब शिखा ने हीं मुझे टिफिन बनाने का काम शुरू करवाया। उसने कहा जो हो गया उसे भूलकर आगे बढ़ो । बच्चों की करनी बच्चों के साथ । जब तक तन में सांस बाकी है तब तक से सिर उठा कर जियो, जिंदगी का एक ही मक़सद रखो , मुझे किसी के सामने भीख नहीं मांगनी है और न ही किसी के सामने गिड़गिड़ाना है तुमने अब तक घरेलू जिम्मेदारियां निभाई है अब व्यवसायिक होना सीख लो तुम खुश रहो, अच्छा सोचो तो तुम्हारे साथ सब अच्छा होगा। धीरे-धीरे मैंने उसकी सलाह पर अमल करना शुरू कर दिया। पहले दिन चार टिफिन बनाए, बाद में आॅडर आने लगे तो काम में मन लगने लगा कुछ पैसे हाथ में आने लगे, तो मनोबल बढ़ गया । पीजी का कमरा छोड़कर किराए का कमरा ले लिया। अब दिन कब कट जाता है पता ही नहीं चलता बच्चों की याद जरूर आती है पर उनकी जरूरत महसूस नहीं होती। शिखा से अक्सर मुलाकात होती रहती है हम दोनों सखी कभी-कभी आइसक्रीम खाने बाहर चले जाते हैं। अब जीवन अच्छा चल रहा है जीवन के प्रति सकारात्मक नजरिया अब मेरे जीवन में दिखने लगा है इसके लिए मैं अपनी सहेली शिखा की शुक्रगुजार रहूंगी, उसने जीवन के मुश्किल दिनों में मेरा साथ दिया मेरा हौसला बढ़ाया