बदनाम मोहब्बत
झूठे ख़्वाब दिखा दिखाकर,
मन को छलती है ये दुनियां।
सरे आम बदनाम मोहब्बत
को करती है , ये दुनियां।
विश्वास में विष दे देती है ,
ये जीते जी जाँ ले लेती है।
कुछ काम नहीं करती है,
ये केवल हाँ कह देती है।
कुछ भोले -भाले चेहरे ही,
अक्सर धोखा दे देते हैं।
मैं सोच में पड़ जाता हूँ,
ये पलभर में रंग बदलते हैं।
अच्छे लोगों पर भी ये दिल,
अब एतबार नहीं करता है।
वो प्यार तो मुझसे करती है,
ये उससे प्यार नहीं करता है।
फिर से ना धोखा खा जाऊँ,
इस बात से ये डरता है।
किसी अजनबी से ये दिल,
अब प्यार नहीं करता है।