गीत/नवगीत

लावणी छंद – राम राज्य की चाह करें

पहले फूंको कलुष भाव को ,निज दोषों का दाह करें  ।
बाद जला रावण का पुतला ,राम राज्य की चाह करें ।
कितने ही दानव सड़कों पर ,रावण बने विचरते हैं ।
और तमाशा देख रहे हम  ,कभी कहाँ कुछ करते हैं ।
अपने सब उत्तर दायित्वों का मन से निर्वाह करें ।
बाद जला रावण का पुतला ,राम राज्य की चाह करें ।
अनाचार में लिप्त हुए सब ,तज कर सारी मर्यादा ।
मायावी मारीच दौड़ते ,धरा वेष सीधा-सादा ।
अंध भक्त मत बनो कभी भी ,सत्य कदम की राह  करें ।
बाद जला रावण का पुतला ,राम राज्य की चाह करें ।
हत्या चोरी, सीना- जोरी ,व्याप्त देश में आज  है ।
पड़ी व्यवस्था गलत हाथ में ,बिन मेहनत बिन काज है ।
नेता बने अयोग्य जब -जब ,विवश सभी जन आह करें ।
बाद जला रावण का पुतला ,राम राज्य की चाह करें ।।
रीना गोयल ( हरियाणा)

रीना गोयल

माता पिता -- श्रीओम प्रकाश बंसल ,श्रीमति सरोज बंसल पति -- श्री प्रदीप गोयल .... सफल व्यवसायी जन्म स्थान - सहारनपुर .....यू.पी. शिक्षा- बी .ऐ. आई .टी .आई. कटिंग &टेलरिंग निवास स्थान यमुनानगर (हरियाणा) रुचि-- विविध पुस्तकें पढने में रुचि,संगीत सुनना,गुनगुनाना, गज़ल पढना एंव लिखना पति व परिवार से सन्तुष्ट सरल ह्रदय ...आत्म निर्भर