रजा तेरी
मुझे तो इश्क करना है तुझसे
तू चाहे तो दगा दे जाए।
सच बोलना फितरत है मेरी
फिर चाहे जां मेरी चली जाए।
दिल की दीवानी हूं अपने
बगावत नही करनी इसकी
फिर चाहे तू जुदा हो जाए।
कोई आए न हमारे दरमियान
इतना चाहा है तुझे
अब हसरत है तेरी
तू चाहे तो मेरा रकीब आ जाए
गमों संग खेलना तकदीर है मेरी
तू भी गम दे दे मेरा नसीब निखर जाए।
मरना तो है एक रोज सबको
काश!!! मेरा आखिरी दम तेरे नाम हो जाए।
jot