स्वास्थ्य

शाकाहार से कोरेना वायरस  में कमी आएंगी

चीन में मांस बंद सब्जिया उगाने का आदेश की खबर सुर्ख़ियों में आई। कोरोना वायरस के कहर से मोत एवं संक्रमित की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी की खबर ने विश्व स्वास्थ्य संघठन को व् अन्य देशों को चिंतनीय बना दियाविश्व स्वास्थ्य संगठन(डब्ल्यूएचओ )ने चीन के वुहान शहर से दुनिया के तीस देशों में फैल चुका है वायरस पर गहरी चिंता व्यक्त की है.भारत सदैव विश्वशांति ,मेत्रीयता का पक्षधर रहा।चीन के वायरस रूपी हथियार उसपर ही हावी हुआ।एक जानकारी के मुताबिक राष्ट्रीय विषाणु विज्ञानं संस्थान(नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ बॉयरालॉजी )के मत के अनुसार जैवीय संरचना के बारे में जानकारी अति महत्वपूर्ण होती है । इससे प्राप्त आँकड़ों के प्रयोग को जैवीय संरचना बदलने में भी किया जा सकता है। इसी कारण कोई देश जैवीय संरचना संबंधी जानकारी अन्य देशों को नहीं देता । इस हेतु परमाणु ,जैव रासायनिक हथियारों के प्रयोग में काम आने वाली सामग्रियों को पूर्णतया गोपनीय रखा जाकर विशेष सतर्कता बरती जाती है और बरती भी जाना चाहिए (इनके प्रयोग पर प्रतिबद्ध नियमों को ध्यान में रखते हुए ) । इनके प्रयोग से महामारी के उन्मूलन में सतत लगे विश्व स्वास्थ्य संगठन अपना लक्ष्य कभी नहीं पूरा कर सकेंगे। सुरक्षा हेतु आतंकवाद के खिलाफ कड़ी करवाई ,परमाणु प्रतिष्ठानों पर कड़ी सुरक्षा के साथ परमाणु वैज्ञानिकों की सुरक्षा एवम महत्वपूर्ण स्थानों पर सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करनी होगी । विश्व शांति और मेत्रीयता का पाठ पढाने हेतु सुरक्षा परिषद् के साथ अन्य देशों द्धारा युद्ध की स्थिति भविष्य में निर्मितभारत की तरफ से कोरोना वायरस से निपटने में मदद देने का प्रस्ताव का चीन ने स्वागत तो किया लेकिन मदद को अभी तक स्वीकार नहीं किया। फर्ज हमारा पूर्ण हुआ.अब एतिहात बतौर आयत निर्यात पर वायरस के समाप्त होने तक प्रतिबन्ध किया जाना होगा। संक्रमित लोगों से विशेष सतर्कता बरती जाकर चिन्हित किया जावे ताकि वायरस से अन्य देशों के लोग संक्रमित न होने पाए। टीका ईजाद होने में वक्त लगेगा तब तक कई लोग काल का ग्रास में कवलित हो चुके होंगे . रोकथाम के प्रयत्न टिका ईजाद नहीं होने से विफल हो रहे है|चीन में मांसाहारी भोजन में संक्रमण ज्यादा हुुुआ।शाकाहारी भोजन में स्वास्थ्य के लिए उपयोगी पोषण तत्व रहते ही है |शाकाहारी भोजन को विदेशों में पसंद किया जाने लगा है | शाकाहार शरीर और मन  मानवीय संवेदनाओं का सही रूप में पहचान करवाता है | शाकाहार बीज,वनस्पतियों से बनाए गए आहार को शाकाहार कहा जाता है | इसका उपयोग हमारे शरीर में प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि करता है | भोजन तत्व की हमारे शरीर को आवश्यकता होती जैसे प्रोटीन,वसा ,ऊर्जा (कैलोरी )चाहिए वो शाकाहारी  भोजन से पूर्ण हो जाती है |प्राचीन समय से ही जीवन शैली में शाकाहारी भोजन स्वस्थ्यता का प्रतिक माना गया है |विकसित देशों का झुकाव इस और  बढ़ा और उनमे भी शाकाहारी भोजन का अनुसरण करने की सोच विकसित होने लगी है |मांसाहार की तुलना में शाकाहार सस्ता और सुलभ होता है |शाकाहारी भोजन शीघ्र पच कर बिमारियों को आने से रोकता है | स्वस्थ चित मन ,तामसी प्रवृति को दूर करने हेतु शाकाहार भोजन को प्राथमिकता देना आवश्यक है ताकि शरीर में प्रतिरोध क्षमता बढ़कर जीवन में स्वस्थ्यता का लाभ प्राप्त किया जा सकें | मांसाहार में संक्रमण तेजी से फैलने के कारण  चीन के लोग भी शाकाहार की और झुकने लगे है।
— संजय वर्मा ‘दॄष्टि ‘

*संजय वर्मा 'दृष्टि'

पूरा नाम:- संजय वर्मा "दॄष्टि " 2-पिता का नाम:- श्री शांतीलालजी वर्मा 3-वर्तमान/स्थायी पता "-125 शहीद भगत सिंग मार्ग मनावर जिला -धार ( म प्र ) 454446 4-फोन नं/वाटस एप नं/ई मेल:- 07294 233656 /9893070756 /[email protected] 5-शिक्षा/जन्म तिथि- आय टी आय / 2-5-1962 (उज्जैन ) 6-व्यवसाय:- ड़ी एम (जल संसाधन विभाग ) 7-प्रकाशन विवरण .प्रकाशन - देश -विदेश की विभिन्न पत्र -पत्रिकाओं में रचनाएँ व् समाचार पत्रों में निरंतर रचनाओं और पत्र का प्रकाशन ,प्रकाशित काव्य कृति "दरवाजे पर दस्तक " खट्टे मीठे रिश्ते उपन्यास कनाडा -अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विश्व के 65 रचनाकारों में लेखनीयता में सहभागिता भारत की और से सम्मान-2015 /अनेक साहित्यिक संस्थाओं से सम्मानित -संस्थाओं से सम्बद्धता ):-शब्दप्रवाह उज्जैन ,यशधारा - धार, लघूकथा संस्था जबलपुर में उप संपादक -काव्य मंच/आकाशवाणी/ पर काव्य पाठ :-शगुन काव्य मंच