जनता कर्फ्यू
प्रधानमंत्री मोदी जी द्वारा २२ मार्च रविवार के दिन जनता कर्फ्यू लगाने का निर्णय लिया गया है। जिसे हम सभी भारतवासियों को अमल में लाना चाहिए।
जनता कर्फ्यू यानी जनता द्वारा खुद पर लगाई गई लगाम। इसमें सुबह ७ बजे से रात्रि ९ बजे तक आप सब भारत वासी अपने घरों से न निकलें। न ही सोसाइटी में, न ही सड़क पर, न ही कहीं और सार्वजनिक स्थलों पर। इस दिन बिल्कुल शांति हो सड़क पर। इसमें हम जनता को कोई निर्देश नहीं देगा। यह हमारा कर्तव्य है कि हम भारतीय होने की अपनी पहचान दिखाएं।
फिर शाम ५ बजे सब घर के सदस्य इकट्ठा होकर अपने दरवाजे पर, बालकनी में खड़े होकर घंटी द्वारा, थाल बजाकर, ताली बजाकर उन सबके प्रति अपनी श्रद्धा का भाव प्रकट करें , जो हमें बचाने के लिए अपनी जान हथेली पर रखकर बैठे हैं। जैसे- डाक्टर, नर्स, मैडिकल स्टोर वाले, सफाई कर्मचारी आदि वे सभी व्यक्ति जो इस अभियान में हमारी जान बचाने के लिए शामिल हैं।
हम आज यह संकल्प लें कि हमें उनके कहे अनुसार यह जरूर करना चाहिए। वैसे तो इस समय कोरोना महामारी के समय हमारी भलाई इसी में है कि हम अपने घरों में रहें। जब ज्यादा ही ज़रूरत हो तभी बाहर निकलें।
आप खुद समझिए कि अगर रोज़ कोई बाहर नहीं निकलता है तो वायरस भी नहीं फैलेगा। क्योंकि यह एक ऐसा वायरस है जो चंद सैकंड में एक से दूसरे में प्रवेश कर जाता है। इसका भयावह रूप तो आपने चीन में देख ही लिया है।
अगर जरूरी हो तभी अस्पताल भी जाएं वरना फोन द्वारा या फैमिली डाक्टर से सम्पर्क कर दवा लें। सड़क, पार्क आदि स्थलों पर बिल्कुल न जाएं और न ही अपने नौनिहालों, बुजुर्गो को जाने दें। आखिर आपकी भी अपने घर और देश के प्रति कोई जिम्मेदारी बनती है? अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाएं। अपने घर और देश को इस वैश्विक महामारी से बचाएं।
अगर हम संयम रखेंगें तो इससे जल्द बाहर आ सकेंगे। दुनिया भर में फैलने वाला वायरस जल्द हमारे देश से बाहर होगा ऐसा मेरा मानना है।
तो देंगे न साथ आप अपने और अपनों के लिए आदरणीय मोदी जी का। आज़ ही मेरे साथ यह संकल्प लें कि २२मार्च एक दिन ही क्यों? हम तो और दिनों में भी ऐसा ही करेंगे और इस महामारी को दूर तक खदेड़ कर ही सांस लेंगे।
जय हिन्द जय भारत
— नूतन गर्ग (दिल्ली)