राजनीति

मानव जाति के सामने विकराल संकट

इतिहास में कभी कभी ऐसा समय आता है। जब मानव जाति के सामने विकराल संकट पैदा हो जाता है । उस संकट का जनक स्वयं मानव होता है । प्रकृति के साथ खिलवाड़ व जीव जंतुओं के प्रति हिंसक प्रवृत्ति है, अप्राकृतिक जीवन शैली ने विश्व को काल का ग्रास बना दिया है । आज कोरोनावायरस पूरे विश्व में हाहाकार मचा रहा है, उसके सामने दुनिया बेबस, लाचार, अपाहिज होकर रह गई है। चीन से शुरू हुआ कोरोना आज विश्व की सबसे बड़ी समस्या बन गया है। उसके सामने विश्व शक्ति अमेरिका से लेकर अपने को टेक्नोलॉजी का बादशाह कहलाने वाला चीन भी बेबस है ।कोरोना ने पूरे विश्व में उथल-पुथल मचा दी आज पूरी दुनिया डर के साए में जी रही है। कोरोना का भयावह रूप किसी को भी मजबूर कर दिया है। भारत को भी अपनी चपेट में ले चुकी है । कोरोना से अब तक पूरे विश्व में कई हजार लोगों की जान जा चुकी है लाखों लोग उपचाराधीन हैं अब तक चीन में संक्रमित लोगों की संख्या 81930 तथा मौत 3270 हो चुकी है। इटली में 59138 लोग संक्रमित हैं तथा 5476 लोगों की मौत हो चुकी है। ईरान में संक्रमित लोग हैं 23049 ,अट्ठारह सौ 12 की मौत हो चुकी है। स्पेन में संक्रमित संख्या 33089 , मौत 2206 हो चुकी है। जर्मनी में 26220 लोग संक्रमित हैं तथा 115 लोगों की मौत हो चुकी है दक्षिण कोरिया में 8961 लोग संक्रमित हैं ,111 लोगों की मौत हो चुकी है, फ्रांस में यह आंकड़ा 16689 लोगों का है तथा 674 लोगों की मौत हो चुकी है। अमेरिका में 35075 का आंकड़ा संक्रमित लोगों का पार कर चुका है तथा 459 लोगों की जान जा चुकी है। कोरो ना से आज पूरा विश्व त्राहिमाम त्राहिमाम कर रहा है एक अनुमान के अनुसार कोरोना से 400000 लोग संक्रमित हैं तथा कई हजार लोगों की जान जा चुकी है ।इस बीमारी ने आज पूरे विश्व को दोराहे पर लाकर खड़ा कर दिया है कि वह करे भी तो क्या करें उसका कोई सही उपचार भी उपलब्ध नहीं है। सबसे ज्यादा भयावह स्थिति इटली की है जहां की स्वास्थ्य सेवा बेहतर देशों में आती है इस सबके बावजूद सबसे ज्यादा मौत इटली में हुई हैं। वहां की भयावहता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वहां की सरकार संक्रमित लोगों को उपचार विकल्प के आधार पर कर रही है। इटली की सरकार का यह कहना कि अब भगवान का ही सहारा है वहां की सरकार की मजबूरी व इंसान की बेबसी को दर्शाता है । भारत में कोरोना का कहर जारी है अब तक 563 लोग संक्रमित हैं तथा 10 भारतीयों की जान जा चुकी है ,इसी के साथ 72 नए मामले सामने आए हैं । सरकार के समय रहते लिए गए कड़े कदमों ने काफी हद तक इस बीमारी को फैलने से रोका है। 22 मार्च के जनता कर्फ्यू ने उस में अहम भूमिका निभाई है। आज कोरोना की भयावहता को देखते हुए 21 दिन का लॉक डाउन पूरे भारत में कर दिया गया है, जो कि बहुत ही जरूरी था जनता कर्फ्यू के बाद अनेकों राज्यों ने अपने राज्य में कर्फ्यू की घोषणा की थी । उसके बाद भी कुछ लोग सड़कों पर देखे गए बीमारी की गंभीरता को देखते हुए भारत सरकार ने यह बड़ा और कठोर कदम देश की जनता के हित में उठाया है । सभी प्रदेश सरकारों ने अपनी जिम्मेदारी को पूर्ण व प्रभावी ढंग से निभाया है । राज्य सरकार व केंद्र सरकार पूरे

मनोयोग व तमाम संसाधनों के साथ इस बीमारी से लड़ रही है, 130 करोड़ भारतीयों की सुरक्षा को प्राथमिकता के आधार पर युद्ध स्तर पर केंद्र सरकार वह राज्य सरकारें कार्य कर रहे हैं सरकार ने बाहर देशों में फंसे भारतीयों को सकुशल वापस लाकर कोरोना के प्रति अपने तत्परता वह सजगता का परिचय दिया है । माननीय प्रधानमंत्री जी की गंभीरता का पता इसी बात से लगाया जा सकता है कि आज 8:00 बजे देश के नाम संबोधन के बाद ही 5 मिनट में उनका ट्वीट आ गया कि लोग दुकानों पर भीड़ ना लगाएं वह किसी भी प्रकार से घबराए नहीं प्रधानमंत्री जी लगातार अपने सहयोगियों के साथ खबरों पर देश दुनिया में कहां क्या चल रहा है उस पर नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने परिवार के अभिभावक के रूप में निवेदन किया है कि हर भारतीय हर हाल में अपने घरों में ही रहे अब वक्त है हम सभीहम सरकार के नियमों का पालन करें व 21 दिनों तक अपने घरों में ही रहे, अपने लिए अपने परिवार के लिए अपने समाज के लिए । किसी भी व्यक्ति को घबराने की आवश्यकता नहीं है ,वह किसी भी प्रकार की अफवाहों में ना आए बस सामाजिक दूरी बनाए रखें अपने परिवार के साथ घर पर ही रहे। इस विकट संकट की घड़ी में हम सब भारतीय एक साथ एकजुटता के साथ खड़े हैं ।शीघ्र ही हम इस भयंकर बीमारी से जीतेंगे और फिर से सशक्त भारत उन्नत भारत के लिए दिन रात मेहनत करेंगे। आज प्राथमिकता अपने तथा अपने परिवार का जीवन बचाने की है। पूरे देश की तरफ से आवश्यक सेवाओं में लगे हमारे योद्धा वीरों का अभिनंदन यह देश करता है, इसी के साथ यह देश उनका हमेशा ऋणी रहेगा हम कभी भी उनके इस ऋण को नहीं चुका पाएंगे जो कि अपनी जान की बाजी लगाकर हमारे जीवन की रक्षा कर रहे हैं ,साथ ही हमारे दैनिक आवश्यकताओं की पूर्ति कर रहे हैं आज घरों में रहकर हम देशभक्ति का परिचय दें आज घरों में रहना ही सबसे बड़ी देशभक्ति ,परिवार भक्ति एवं समाज भक्ति है। आज दुनिया बहुत ही नाजुक दौर से गुजर रही है भारत की विशाल जनसंख्या को संभालना बहुत मुश्किल है लेकिन असंभव नहीं है। यदि हम सब भारतवासी संकल्प ले ले कि हम मिलकर कोरोना से लड़ेंगे तो हम जरूर जीतेंगे। यह भारत का इतिहास रहा है की कितनी भी विषम परिस्थितियां रही हो हम जरूर विजई हुए हैं। मैं एक बार फिर अपने सभी से निवेदन कर रहा हूं कि अपने घरों में ही रहे अपनों के लिए अपने देश के लिए समाज के लिए। हम आर्थिक नुकसान तो मिलकर पूरा कर सकते हैं पर भारतीयों के जीवन की भरपाई कैसे करेंगे सरकार व स्थानीय प्रशासन का सहयोग करें मात्र 21 दिनों की ही तो बात है। घरों में रहे 21 दिन की तपस्या के बाद हम फिर एक नई ऊर्जा और विश्वास के साथ मिलकर देश के आंगन में अपने परिवार के साथ हंसते खेलते मुस्कुराते हुए नजर आएंगे। इस विकट परिस्थिति व भावुक समय में खुद को संभाले, परिवार को संभाले तथा इष्ट मित्रों का हौसला बढ़ाएं ।केंद्र सरकार व राज्य सरकार प्रत्येक आवश्यक चीजों की आपूर्ति निर्बाध जार जिससे लोगों को कोई परेशानी ना हो आज हम सब एक साथ मिलकर इस बीमारी के खिलाफ खड़े हैं कोई भी भयभीत ना हो किसी भी प्रकार की अफवाह ना तो फैलाएं और ना ही अफवाहों

पर ध्यान दें। एक जिम्मेदार नागरिक बने व प्रशासन का सहयोग करें घरों में ही रहे आने वाले अपने उज्जवल भविष्य के लिए, अपने परिवार के भविष्य के लिए आने वाली पीढ़ी के उज्जवल भविष्य के लिए और आने वाले उन्नत भारत के उज्जवल भविष्य के लिए केवल और केवल घरों में ही रहे। 130 करोड़ भारतवासी इस अभूतपूर्व जिम्मेदारी को निर्वाह करेंगे जय हिन्द जय भारत ।।

— सोमेंद्र सिंह

9410816724

सोमेन्द्र सिंह

सोमेन्द्र सिंह " रिसर्च स्काॅलर " दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली शास्त्री सदन ग्राम नित्यानन्दपुर, पोस्ट शाहजहांपुर, जिला मेरठ (उ.प्र.) मो : 9410816724 ईमेल : [email protected]