कवितापद्य साहित्य

कोरोना विस्फोट

कोरोना ले रहा करवट ,

बह रही है बयार त्वरित ,

विस्फोटक होंगे मामले ,

अगले कुछ दिनों में ,

दस्तक दे दी द्वार-द्वार ,

नहीं माना लाकडाउन ,

घर पहूँचने की ललक ,

धकेल दिया धौकनी में ,

हर घर – गाँव को ,

गरीब को तो पता नहीं ,

सम्पन्न याचक बन रहे ,

ऐसे याचक को दे सजा ,

जगे रहो , करो जागरूक

क्या करना है देशहित

हो रहा है कोरोना विस्फोट ,

हर पल मौत की दस्तक ,

कौन किसे ढोयेगा ,

या कन्धे ही नसीब न होंगे,

अब भी सेंक रहे ख्याल ,

लाकडाउन से पहले

दिहाड़ी मजदूर क्या करेंगे

क्यो नहीं सोचा ,,

अब भी भाग रहे लोगों पर

कोई नियंत्रण नहीं ं

कोई रोकथाम नहीं ं

कहाँ है बढ रहे हाथ.,

कहाँ है भोजन पैकेज ,

कहाँ है शेल्टर हाउस ,

कुछ हाथों पहुंची सेवा से.,

न रोक सकेंगे कहर को ,

कर रहे है डर का व्यापार ,

नकली किट , नकली दवाएँ ,

और लाशों का व्यापार ,

क्या साथ ले जाएंगे

जब खडे हूए महल हो

और लाशों का ढेर हो…

हमें मानवता का कोहराम कर

दया , करुणा का आगाज कर

पवित्रता का वास कर

हर दिल शुचिता जगाकर

भक्ति और प्रेम की आराधना कर

कोरोना से लडना है ….

— विनोद कुमार जैन वाग्वर सागवाड़ा

विनोद कुमार जैन

विनाेद कुमार जैन "वाग्वर" वार्ड नं ६ , पंचायत समिति क्वार्टर नं ५ , सागवाड़ा , जिला डूंगरपुर राजस्थान माे - 9649978981 ई मेल - [email protected] जन्मतिथि -१७.९.१९६८ जीवन साथी - माया जैन वाग्वर पुत्र रत्न - तरंग जैन तथागत ( आठ माह का ) माता - सावित्री जैन पिता - स्व० शान्तिलाल जैन योग्यता - एम ए , बी एड़ पद - ग्राम विकास अधिकारी , पंचायती राज , राजस्थान । संस्थापक - हम जैन संगठन सचिव - शिक्षा लक्ष्मी याेजना मानद् निदेशक एवं मुख्य सलाहकार - वाग्वर विद्या भारती समिति सागवाडा शिक्षा मंत्री - भारतीय जैन एकता व मिलन फाउण्डेशन सदस्य - Human Rights Foundation of India. ट्रस्टी - वात्सल्य पुण्य प्रन्यास , सीपुर मानद् सीनियर रिपाेर्टर - राष्ट्रीय अहिंसा क्रान्ति ! लेखन - उन्मुक्त भाषा शैली , यथार्थ परक गद्य साहित्य , प्रतीकात्मक काव्य का सृजन !! कार्य - कैरियर काउसलिंग , प्रतियाेगी परीक्षा आधारित विभिन्न विषयाें की काेचिंग के सफलतम सलाहकार विशेषज्ञ !! सम्मान - शब्द श्री , साहित्य सेवक., दोहा श्री ( विश्व वाणी हिन्दी संस्थान जबलपुर व संगम साहित्य संस्थान दिल्ली), शब्द मनीषी (शीर्षक साहित्य समिति ), प्रभा श्री ।। प्रकाशन - काव्य संकलन - समवेत स्वर , मुक्तक के झरने , दोहा दोहा नर्मदा , उम्मीदों की उडान , यादों का सफर., वसुधैव कुटुम्बकम ्।। पुष्प वार्ता , घटती घटना , प्रभाश्री ज्ञान सागर , स्वैच्छिक दुनिया , अंहिसा क्रान्ति , राजस्थान पत्रिका , दैनिक भास्कर , आत्मा की ज्वाला , प्रात:काल , अर्जेन्ट टाइम्स , जैन गजट , प्रतिबिम्ब पत्रिका , वागड दुत व अन्य कई पत्रिकाआें में रचनाएं प्रकाशित !!