कविता

इस काल खण्ड में

 

सदी के
इस काल खण्ड में
पूछा जाना चाहिए
कि क्यों लौट रहे हैं वे
जो आये थे दो जून की रोटी के लिए
और साथ ही यह भी
कि बनाये जा रहे हैं मोहरे
वो अभागे किसलिए ?
जिनकी दुनिया महज पेट तक है !

जब पल-पल बदल रहा है
मौत का आंकड़ा
और हम हो रहे हैं आश्वत
यह जानकर कि
शेष विश्व के मुकाबले
हुई है अभी चंद ही मौतें
हम उड़ा सकते हैं खिल्ली
और कोस सकते हैं
रामायण और महाभारत के प्रसारण को
भले ही उन्हें देखना
बाध्यता न हो
क्योंकि हमें होना है मुखर
हर हाल में ।

जब घरों में दुबके पड़े हैं
गाँव, शहर और कस्बे
तो किसी मंदिर या मरकज में इकठ्ठी हुई भीड़
जिनकी धार्मिक मान्यताएं हैं सर्वोपरि
उनके बारे में प्रश्न पूछना
कहलायेगा मजहबी उन्माद
क्योंकि धर्म हो गया है
कुछ और ही इन दिनों
इंसानियत को हाशिये पर धकेलकर ।

यह काल खण्ड है
विपरीत विचारधाराओं को
साथ लेकर चलने का है
बावजूद
तमाम असहमतियों के ।

जब हमारी प्राथमिकताएं होनी चाहिए
इस त्रासदी को परास्त करने की
उस समय में भी जरूरी है शायद
पूर्वाग्रहों से ग्रसित हो
राजा और बजीरों को कोसना
क्योंकि इसी से संतुष्ट होगा
हमारा अहम
कि हम विरोध में खड़े हुए सत्ता के
और हमने अपना सर्वश्रेष्ठ किया
और जो नहीं करेगा ये सब
इस दौर में वह
यकीनन ही ‘चारण’
कहा जाएगा !

मनोज चौहान

जन्म तिथि : 01 सितम्बर, 1979, कागजों में - 01 मई,1979 जन्म स्थान : हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला के अंतर्गत गाँव महादेव (सुंदर नगर) में किसान परिवार में जन्म l शिक्षा : बी.ए., डिप्लोमा (इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग), पीजीडीएम इन इंडस्ट्रियल सेफ्टी l सम्प्रति : एसजेवीएन लिमिटेड, शिमला (भारत सरकार एवं हिमाचल प्रदेश सरकार का संयुक्त उपक्रम) में उप प्रबंधक के पद पर कार्यरत l लेखन की शुरुआत : 20 मार्च, 2001 से (दैनिक भास्कर में प्रथम लेख प्रकाशित) l प्रकाशन: शब्द संयोजन(नेपाली पत्रिका), समकालीन भारतीय साहित्य, वागर्थ, मधुमती, आकंठ, बया, अट्टहास (हास्य- व्यंग्य पत्रिका), विपाशा, हिमप्रस्थ, गिरिराज, हिमभारती, शुभ तारिका, सुसंभाव्य, शैल- सूत्र, साहित्य गुंजन, सरोपमा, स्वाधीनता सन्देश, मृग मरीचिका, परिंदे, शब्द -मंच सहित कई प्रादेशिक एवं राष्ट्रीय पत्र - पत्रिकाओं और समाचार पत्रों में कविता, लघुकथा, फीचर, आलेख, व्यंग्य आदि प्रकाशित l प्रकाशित पुस्तकें : 1) ‘पत्थर तोड़ती औरत’ - कविता संग्रह (सितम्बर, 2017) - अंतिका प्रकाशन, गाजियाबाद(ऊ.प्र.) l 2) लगभग दस साँझा संकलनों में कविता, लघुकथा, व्यंग्य आदि प्रकाशित l प्रसारण : आकाशवाणी, शिमला (हि.प्र.) से कविताएं प्रसारित l स्थायी पता : गाँव व पत्रालय – महादेव, तहसील - सुन्दर नगर, जिला - मंडी ( हिमाचल प्रदेश ), पिन - 175018 वर्तमान पता : सेट नंबर - 20, ब्लॉक नंबर- 4, एसजेवीएन कॉलोनी दत्तनगर, पोस्ट ऑफिस- दत्तनगर, तहसील - रामपुर बुशहर, जिला – शिमला (हिमाचल प्रदेश)-172001 मोबाइल – 9418036526, 9857616326 ई - मेल : [email protected] ब्लॉग : manojchauhan79.blogspot.com