एकता का दिया
आओ हम सब मिलजुल कर दिये जलायें
एक है भावना सबकी दुनिया को बतलायें,
चलो दिये की हर लौ से एकता को दर्शायें,
एकता की मशाल से कोरोना को भगायें,
एकता की शक्ति कभी भी हार नहीं सकती,
आये भले ही आंधी मशाल बुझ नहीं सकती,
डरें नहीं हम इस युद्ध में जीत हमारी होगी,
हारेगा वो जिसने हमें हराने की ठानी होगी,
वक़्त है बुरा हर देशवासी को आगे आना होगा,
विषम परिस्थिति में सबको साथ निभाना होगा,
ले रहा है परीक्षा वह हमारी सब समझ जाओ,
प्रज्ज्वलित करके रौशनी गगन तक चमकाओ,
एकता की देख रौशनी, प्रभु भी दंग हो जायें,
जीत दिलाने में हमें वह नतमस्तक हो जायें।
रत्ना पांडे, वडोदरा (गुजरात)