बाल कविता

नन्हा मुन्ना बच्चा हूँ मैं

नन्हा मुन्ना बच्चा हूँ मैं,
दिल का एकदम सच्चा हूँ मैं।
सुबह सबेरे जगता हूँ मैं,
रोज योगा करता हूँ मैं।
रोज करता हूँ मैं ईश्वर का गुणगान,
उनकी कृपा से भारत बने महान।
जाता हूँ पढ़ने रोजाना स्कूल,
नहीं करता हूँ पढ़ाई मैं कोई भूल।
स्वच्छता का रखता हूँ हर वक्त ध्यान,
स्वच्छ रखकर निरोगी रहता है इंसान।
दादा-दादी माता-पिता चाचा-चाची,
टीचर सबको में रोज करता प्रणाम।
नहीं करूंगा जीवन में कोई गलत काम,
दृढ़ संकल्प है देश और परिवार के नाम।
देश व परिवार का नाम रोशन करना है एक दिन,
इसके लिए पढ़ता हूँ मेहनत से सुबह-शाम।
✍️ विनायक त्यागी

विनायक त्यागी

कक्षा- 5, डीपीएस, इंदिरापुरम, गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश