कुण्डली/छंद

त्रिभंगी छंद

घर से मत निकलो, सब जन प्रण लो, तालाबंदी सफल बने ।
थोड़ा गम खाओ, मत घबराओ, छँट जाएँगे मेह घने ।
अपने कर धोना, दूर करोना, निकट न आवे राय सही ।
बाहर मत जाना, कसम उठाना, ध्यान रहे जो बात कही ।।

फैली बीमारी, दुनिया सारी, रात-दिवस अब जूझ रही ।
जो नहीं दवाई, गहरी खाई, युक्ति न कोई सूझ रही ।
सामाजिक दूरी, है मजबूरी, जिसका पालन सभी करें ।
सुन बहना-भाई, साफ-सफाई, हमको रखना ध्यान धरें ।।

हे मानव ! ज्ञानी, मच्छरदानी, खाट लगाकर सो जाओ ।
या लूडो खेलो, रोटी बेलो, आज्ञाकारी हो जाओ ।
कुछ नया बनाओ, घर भर खाओ, तलो पकौड़े मूड बने ।
बाहर मत जाना, कहे सयाना, कहर करोना जाल तने ।।

अब मिर्च-समोसे, साँभर-डोसे, चाउमीन भी गायब हैं ।
जो लुप्त कचौड़ी, चाट-पकौड़ी, परेशान घर साहब हैं ।
वो पिज्जा-बर्गर, खाते मन भर, चित्र देख अब ललचाएँ ।
जाओ कोरोना, भर-भर दोना, पूर्ण करें खा इच्छाएँ ।।

— पीयूष कुमार द्विवेदी ‘पूतू’

पीयूष कुमार द्विवेदी 'पूतू'

स्नातकोत्तर (हिंदी साहित्य स्वर्ण पदक सहित),यू.जी.सी.नेट (पाँच बार) जन्मतिथि-03/07/1991 विशिष्ट पहचान -शत प्रतिशत विकलांग संप्रति-असिस्टेँट प्रोफेसर (हिंदी विभाग,जगद्गुरु रामभद्राचार्य विकलांग विश्वविद्यालय चित्रकूट,उत्तर प्रदेश) रुचियाँ-लेखन एवं पठन भाषा ज्ञान-हिंदी,संस्कृत,अंग्रेजी,उर्दू। रचनाएँ-अंतर्मन (संयुक्त काव्य संग्रह),समकालीन दोहा कोश में दोहे शामिल,किरनां दा कबीला (पंजाबी संयुक्त काव्य संग्रह),कविता अनवरत-1(संयुक्त काव्य संग्रह),यशधारा(संयुक्त काव्य संग्रह)में रचनाएँ शामिल। विभिन्न राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय पत्र-पत्रिकाओं में रचनाएँ प्रकाशित। संपर्क- ग्राम-टीसी,पोस्ट-हसवा,जिला-फतेहपुर (उत्तर प्रदेश)-212645 मो.-08604112963 ई.मेल[email protected]