कविता
कभी कभी ही नहीं सदा हम,
पर्यावरण दिवस मनाएंगे
आओ हम सब मिलकर खूब हरे भरे पेड़ लगाएंगे
और धरती का सौंदर्य बढ़ाएंगे
एक बरस में एक बार ना,
5 जून हम हर रोज मनाएंगे
और आओ हम सब मिलकर इक संकल्प ले की
वृक्ष को कटने से बचाएंगे
— अविनाश कुमार झा
कभी कभी ही नहीं सदा हम,
पर्यावरण दिवस मनाएंगे
आओ हम सब मिलकर खूब हरे भरे पेड़ लगाएंगे
और धरती का सौंदर्य बढ़ाएंगे
एक बरस में एक बार ना,
5 जून हम हर रोज मनाएंगे
और आओ हम सब मिलकर इक संकल्प ले की
वृक्ष को कटने से बचाएंगे
— अविनाश कुमार झा