लेखसामाजिक

अनुभव

जीवन की वृहद यात्रा के दौरान मनुष्य विविध प्रकार की परिस्थितियों से गुजरता है। कई प्रकार के सुख-दुःख, उतार-चढ़ाव मनुष्य को ढेर सारे खट्टे-मीठे अनुभव प्रदान करते हैं। अबोध बालक से अनुभवी वृद्ध तक का सफ़र तय करते हुए हम परिपक्वता की ओर बढ़ते चले जाते हैं। समय के बदलते चक्र के साथ हमें स्वयं में भी आवश्यक परिवर्तन लाना पड़ता है। जीवन यापन के इस क्रम में कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं जो इस यात्रा को सुगम बनाने में हमारा सहयोग करती हैं।
जैसे:
जैसे बार बार की जाने वाली ग़लती आदत कहलाती है वैसे ही बार बार की जाने वाली शिक़ायत अर्थहीन हो जाती है।
समझदार और चालाक में बस सोच की प्रक्रिया का फ़र्क होता है।
कुछ बातें, कहने वाले के मन को हल्का कर देती हैं पर सुनने वाले के दिल पर बोझ बन जाती हैं।
नजरिये का फ़र्क वैसा ही है जैसे पन्ने के इस तरफ़ का V पन्ने के उस तरफ़ से अधूरा A दिखता है।
जैसे घड़ी के काँटे घूम घूम कर समय बदल देते हैं वैसे ही अनुभव इंसान का हृदय परिवर्तित कर देता है।
परेशानियाँ ईश्वर द्वारा ली जाने वाली परीक्षाएं हैं। सबसे मुश्किल परिस्थिति से गुजरना सबसे योग्य परीक्षार्थी की पहचान है।
जैसे आशा निराशा की जननी है वैसे ही प्रयास सफलता का जनक है।
अमित ‘मौन’

अमित मिश्रा 'मौन'

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