पिता बड़ा महान है
असाध्य कष्ट साधता, अनेक दुक्ख झेलता
निरभ्र व्योम को झुका, खुशी समस्त मोलता
गृहस्थ यान सारथी, सुधीर धैर्यवान है
कुटुंब पालता पिता, पिता बड़ा महान है
सुभावना भरे हुए, स्वभाव को छुपा लिया
कठोर नारिकेल सा, कठोरता दिखा दिया
सुता सुपुत्र के लिए, पिता बने जहान है
कुटुंब पालता पिता, पिता बड़ा महान है
अनंत पुरोहित ‘अनंत’