कविता

पिता बड़ा महान है

असाध्य कष्ट साधता, अनेक दुक्ख झेलता
निरभ्र व्योम को झुका, खुशी समस्त मोलता
गृहस्थ यान सारथी, सुधीर धैर्यवान है
कुटुंब पालता पिता, पिता बड़ा महान है

सुभावना भरे हुए, स्वभाव को छुपा लिया
कठोर नारिकेल सा, कठोरता दिखा दिया
सुता सुपुत्र के लिए, पिता बने जहान है
कुटुंब पालता पिता, पिता बड़ा महान है

अनंत पुरोहित ‘अनंत’

अनंत पुरोहित 'अनंत'

*पिता* ~ श्री बी आर पुरोहित *माता* ~ श्रीमती जाह्नवी पुरोहित *जन्म व जन्मस्थान* ~ 28.07.1981 ग्रा खटखटी, पोस्ट बसना जि. महासमुंद (छ.ग.) - 493554 *शिक्षा* ~ बीई (मैकेनिकल) *संप्रति* ~ जनरल मैनेजर (पाॅवर प्लांट, ड्रोलिया इलेक्ट्रोस्टील्स प्रा लि) *लेखन विधा* ~ कहानी, नवगीत, हाइकु, आलेख, छंद *प्रकाशित पुस्तकें* ~ 'ये कुण्डलियाँ बोलती हैं' (साझा कुण्डलियाँ संग्रह) *प्राप्त सम्मान* ~ नवीन कदम की ओर से श्रेष्ठ लघुकथा का सम्मान *संपर्क सूत्र* ~ 8602374011, 7999190954 [email protected]