कोरोना काल में गृहणियों की चिन्ता
भारत के साथ -साथ पूरा विश्व ही कोरोना जैसी महामारी से जूझ रहा है। अगर हम बात करें भारत की गृहणी की तो इनकी तो बात ही अलग है देखा जाए तो गृहणी किसी भी देश की हो उसका योगदान महत्वपूर्ण ही होता है।
एक गृहणी जो पूरे घर का आधार होती है। उसके कंधों पर पूरे परिवार की सुरक्षा की जिम्मेदारी होती है। सामान्य जीवन में हम देखते हैं, कि किस प्रकार एक गृहणी अपने पूरे परिवार के स्वास्थ्य और उनकी जरूरतों का ध्यान रखती है। चूंकि अभी समय कोरोना महामारी का चल रहा है तो घर के सभी सदस्यों के प्रति उसकी चिंता दस गुना बढ़ गई है। यह चिंताएं कई प्रकार की होती हैं, जैसे- घर के किसी सदस्य का घर से बाहर जाने से लेकर घर वापस आने तक उसकी सुरक्षा की चिंता, घर में आने वाले सब्जी, दूध आदि कई अन्य प्रकार की वस्तुओं के लिए चिंतित रहना। इन सब के लिए वे खुद ही तैयार होती है अर्थात एक गृहणी अपने परिवार को बचाने के लिए एक ढाल के समान मुसीबतों के सामने खड़ी हो जाती है और अपनी परवाह किए बगैर उन सभी मुश्किलों का सामना करती है जैसे,कोरोना काल में ही ज्यादातर स्त्रियां जिनके पति- बच्चे अपने काम और पढ़ाई में व्यस्त होते हैं। खुद ही घर के बाहर जाकर सब्जी, दूध, भोजन सामग्री तथा अन्य वस्तुएं लेकर आती है, जबकि इस महामारी का खतरा उनके लिए भी उतना ही होता है जितना बाकी सब के लिए। लेकिन जिम्मेदारी क्योंकि एक गृहणी की है और वह इस जिम्मेदारी को बखूबी निभाती भी है।
स्त्री चाहे हॉम मेकर हो या वर्किंग वूमेन वह गृहणी होती ही है। परिवार के स्वास्थ और भविष्य की चिंता उसे होती है।कोरोना काल में अगर देखें तो किस प्रकार एक गृहणी की चिंता और बढ़ जाती है जैसे -एक सामान्य सी बात कहें तो आज के दौर में फास्ट फूड चाहे बच्चा, बड़ा या बूड़ा हो, सभी को खाना पसंद होता है तो एक गृहणी,जिसे अपनी परिवार की स्वास्थ्य की चिंता होती है पूरे दिन अपने घर के सदस्यों की इच्छाओं की पूर्ति के लिए रसोई घर में बिता देती है, बिना किसी शिकायत के। जिससे परिवार के सदस्य बाहर का कुछ भी सामान न खाएं क्योंकि उससे कोरोना संक्रमण का खतरा रहता है। इस चिंता में वह सब कुछ घर पर ही बना देती है और अगर हम अपने आसपास नजर डालें तो यहां देखने में भी आ रहा ह इस महामारी के समय यदि घर में कोई मेहमान आता है तो बिना लापरवाही किए वह ध्यान रखती है कि किस प्रकार से घर को और घर के सदस्यों को सुरक्षित रखा जाए।
कोरोना काल के दौरान एक गृहणी कई प्रकार की कार्य करती है ,जैसे -दिन में कई बार घर को सैनिटाइज करना। घर की वस्तुओं की साफ-सफाई बार-बार करना। छोटे बच्चों और घर के अन्य सदस्यों को बार-बार हाथ धोने के लिए और सैनेटाइज करने के लिए कहना। घर में आने वाले बाहर की वस्तुओं को सदस्यों को ना खाने देना। दवाइयों और सुरक्षा का ध्यान रखना।
आदि ऐसे कई कार्य है जो एक गृहणी कोरोना काल के दौरान करती है।अपने परिवार को सुरक्षित रखने के लिए।
इस प्रकार हम कह सकते हैं,कि एक गृहणी कोरोना काल के दौरान वह प्रहरी है,जो हर वक्त सुरक्षा के लिए सजग रहती है और एक गृहणी की चिंता और सजगता ही हमारे और हमारे परिवार सुरक्षा का रहस्य होती है।
लक्ष्मी सैनी