कविता

संघर्ष

जिन्दगी की राहों में कुछ सफर अधूरे होते है
कुछ ख्याहिशे तो कुछ  सपने अधूरे होते है
तेज दौड़ती दुनिया मंजिले अधुरी होती है
कल की उम्मीदों पर आज बेअसर होता है
कितना बेकार तम्मनाओं का सफर होता है
जिन्दगी की राहों में कुछ सफर अधूरे होते है
जिन्दगी के सफर में हमसफ़र छूट जाते है
जिन्दगी के हर मोड़ में कुछ नया होता है
कहीं धोखा तो  कहीं सहारा मिलता है
मुश्किल के दौर में सब पीछे हट जाते है
जिन्दगी की राहों में कुछ सफर अधूरे होते है

अनिल पटेल

बीटेक फूड टेकनोलॉजी पता - नरैनी, जनपद - बांदा (उत्तर प्रदेश)