भारतीय राजनीति में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गौरवमयी उन्नीस साल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी ऐतिहासिक राजनैतिक यात्रा के उन्नीस वर्ष बहुत ही सफलता के साथ पूरे कर लिये हैं तथा वह देश के सबसे लंबे समय तक गुजरात की जनता की सेवा करने के बाद अब देश की जनता की सेवा के लिए निकलने वाले ऐसे पहले गैर कांग्रेसी व गैर समाजवादी नेता बन गये हैं, जो अभी भी लगातार सर्वप्रिय नेता के रूप देश के लिए ही अपना सबकुछ अर्पित कर देश के लिए राजनीति कर रहे हैं तथा देश के अंदर व बाहर एक बड़ा बदलाव लाने के नायक बनकर उभरे हैं। सोशल मीडिया में उनकी राजनैतिक यात्रा का जमकर जश्न मनाया गया। भारतीय जनता पार्टी व एनडीए के सहयोगी दलों के नेताओं की ओर से उनके कुशल नेतृत्व की जमकर सराहना की गयी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का राजनैतिक सफर सात अक्टूबर 2001 को गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में शुरू हुआ जो अभी तक लगातार जारी है। प्रधानमंत्री जब गुजरात के मुख्यमंत्री हुआ करते थे तब भी वह देश के विरोधी दलों के नेताओं के निशाने पर रहे उनके शासनकाल में जब गुजरात के दंगे हुए उसके बाद से उनके खिलाफ विरोधी दलों की ओर से मोदी जी की छवि पर प्रचंड प्रहार किये गये थे और वह अभी भी किसी न किस रूप में जारी है। लेकिन देश की गरीब जनता की सेवा के लिए कृतसंकल्पित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार बिना किसी थकावट के देशहित में लगातार काम कर रहे हैं। यही कारण है कि आज उनकी लोकप्रियता पूरे भारत में बढ़ रही है। उत्तर, दक्षिण पूर्व और पश्चिम सभी जगह कई दलों के नेता व कार्यकर्ता आज उनका सहयोग करने के लिए भाजपा के साथ जुडना चाह रहे हैं। जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे और वहां पर दंगे हुए तथा उसके बाद हमलावार विपक्ष विशेषकर कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी ने उनको मौत का सौदागर कहना शुरू किया उसके बाद नरेंद्र मोदी जी की लोकप्रियता में अपार वृद्धि होती चली गयी। विरोधी दलों के नेताओं ने उनका जिस प्रकार से अपमान किया उससे वह और लोकप्रिय होते चले गये। विरोधी दलों ने मोदी जी को बदनाम करने के लिए अभियान चलाया और उन्हें पूरी तरह से मुस्लिम विरोधी साबित करने के लिए तमाम जतन कर डाले लेकिन आज मोदी जी की लोकप्रियता मुस्लिम समाज में भी देखने को मिल रही है। आज प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी समाज के हर वर्ग में लोकप्रिय हो गये हैं।
प्रधानमंत्री बनने के बाद उनके नेतृत्व मेें बहुत सारी योजनायें आयी जिनका लाभ अब समाज के सबसे गरीब वर्ग के लोगों को प्रत्यक्ष मिल रहा है। योजनाओं की वजह से समाज में भी बहुत बडा़ बदलाव दिख रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद मोदी के नेतृत्व में देश में गांधी जयंती के अवसर पर पहली बार अनोखा स्वच्छता अभियान चलाया गया जिसका पहले तो उनके विरोधियों द्वारा पहले तो खूब मजाक बनाया गया लेकिन अब यह स्वच्छता अभियान देश की जनता का अभियान बन गया है। देश का समाज व नेता स्वच्छता के प्रति जागरूक हो रहे हैं। अब यह आंदोलन जनआंदोलन बन गया है और यह अभियान जन स्वास्थ्य से भी जुड गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनधन योजना, उज्ज्वला योजना, शौचालय योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, किसान सम्मान निधि, किसानोें के लिए भी बहुत से क्रांतिकारी कदम उठाये गये हैं जिनका असर समाज में एक बड़े बदलाव के रूप में दिखलायी पड़ रहा है। जनधन योजना के माध्यम से अब देश के हर गरीब का अपना खाता नंबर हो गया है। उज्ज्वला योजना के माध्यम से अब गांव की गरीब महिला गैस से खाना पकाने लग गयी है जिसके कारण पुराने चूल्हे से महिलाओं को जो स्वास्थ्य संबंधी परेशानी होती थी उसमें काफी कमी आयी है। इसके अलावा भीम -यूपीआई योजना, सौभग्य योजना आदि घर- घर में लोकप्रिय हो रही हैं। आज देश के युवा व उद्योगपतियों को जो लोन लेकर अपना काम करना चाह रहे हैं उनको भी बेहद आसानी से ऋण उपलब्ध हो रहा है। प्रधानमंत्री की सबसे लोकप्रिय योजना किसान सम्मान निधि रही है जिसके कारण आज किसान खुशी का अनुभव कर रहा है और यह कारण है कि जब संसद के हाल ही के मानसून सत्र में तीन नये कृषि सुधार विधेयक पारित कराये गये उसका विरोध कुछ जगहों पर बुलंद तो हुआ लेकिन आम किसान सरकार के विरोध में नहीं खड़ा हुआ है। कृषि विधेयकों के विरोध में 25 सितंबर 2020 को विपक्षी दलों का भारत बंद पूरी तरह से नाकाम हो गया। स्वास्थ्य के क्षेत्र में सरकार सबसे बड़ी योजना जनता को उपहार में दी है। जिसमें गरीबों का निःशुल्क इलाज हो रहा है। प्रधानमंत्री का स्वच्छ गंगा अभियान भी परवान चढ़ रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत लगातार विकास के पथ पर अग्रसर है। अपनी विभिन्न योजनाओं के माध्यम से वह एक भारत श्रेष्ठ भारत की संकल्पना को साकार करने में लगे हुए हैं। प्रधानमंत्री बनने के बाद गुजरात में विश्व की सबसे ऊंची सरादार पटेल की प्रतिमा का अनावरण किया और एक नया पर्यटक स्थल दिया। नयी दिल्ली में कारगिल के शहीदों की याद में एक नया स्थल बनवाया और साथ ही पुलिस के शहीद जवानों की याद में ऐतिहासिक मेमोरियल बनवाकर उनको उचित सम्मान का अवसर दिया है। नेताजी सुभाषचंद्र बोस की याद मेें भी कई क्रांतिकारी कदम सरकार की ओर से उठाये गये हैं। दलितों व अतिपछड़ों पिछड़े समाज के वर्ग के लोगों के लिए सरकार लगातार काम कर रही है। आज प्रधानमंत्री के नेतृत्व में सुशासन से ओतप्रोत सरकार चल रही है। अब यह सरकार लटकाने, अटकाने व भटकाने वाली नहीं रही। अभी तीन अक्टूबर 2020 को प्रधानमंत्री मोदी ने लदाख में देश की सबसे लंबी व ऊंची अटल टनल देश को समर्पित की है। आज प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश हर क्षेत्र में अग्र्रणी भूमिका अदा कर रहा है। प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी जी ने अपने नारे में सबका साथ विकास के नारे में सबका विश्वास एक नया शब्द जोड़कर अपने सभी विरोधियों को करारा जवाब देने में सफलता प्राप्त की है। देश के हर जाति,समाज व धर्म के प्रति आस्था रखने वाले लोग प्रधानमंत्री को सम्मान की निगाहों से देखते हैं।
प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत की विदेश व सुरक्षा नीति नये आयाम विकसित कर रही है। आज पूरी दुूनिया में भारत की बात सुनी जा रही है। सुरक्षा के क्षेत्र में भारत तेजी से आत्मनिर्भर बनने की ओर अग्रसर है। अंतरिक्ष के क्षेत्र में भी नये आयाम स्थापित हो रहे हैं। आज विकास के हर सूचकांक में भारत ऊंचाईयों की ओर ही अग्रसर हो रहा है। आतंकवाद के मामले में आज पूरा विश्व भारत की आवाज सुन रहा है। पुलवामा हमले के बाद भारत की सेनाओं ने जिस प्रकार से बालाकोट आपरेशन को अंजाम दिया उससे विश्व में व देश की जनता के बीच पीएम मोदी की छवि को एक नया संबल मिला है। यह बालाकोट आपरेशन का ही डर है कि आज पाकिस्तान व चीन को लगातार डर सताया रहता है कि कहीें भारत पीओके पर रातोंरात कब्जा न कर ले।
आज भारत की सफल कूटनीति का परिणाम है कि चीन व पाकिस्तान पूरे विश्व में अलग -थलग हो चुके हैं। यह प्रधानमंत्री का ही प्रयास था कि आज योग पूरी दुनिया में छा गया हैं। विश्व योग दिवस मोदी जी की ही देन है। विश्व के सभी मुस्लिम देशों ने भी योग को अपनाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के पहले ऐसे प्रधानमंत्री बन गये हैं जिन्होंने संयुक्तराष्ट्र महासभा के मंच से संयुक्तराष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार का मुददा उठाया नेहरू जी के बाद वह देश के ऐसे पीएम बने जिन्हें विश्व के कई देशों से सम्मानित किया है जिसमें कई कटटर अरब मुस्लिम देश भी शामिल हैं। यही बात सेकुलर दलों को रास नहीं आ रही है। पीएम मोदी ने कई देशों की यात्रा की और कई मुस्लिम देशों की भी यात्रा करी तथा वहां पर मंदिरों में भी गये और मस्जिदो में भी जाकर सांस्कृतिक राष्ट्रवाद को बढ़ावा देने का अभिनव प्रयोग किया है। प्रधानमंत्री के कार्यकाल में नोटबंदी लागू की गयी जिसका जनता का पूरा सहयोग मिला। सरकार की ओर से नये कर सुधार लागू किये गये जिसमें सबसे बड़ा कर सुधार जीएसटी माना जा रहा है। सरकार की हर नयी योजना का विपक्ष विरोध करता रहा लेकिन सरकार व मोदी जी लगातार आगे बढ़ते जा रहे हैं। देश की जनता के बीच उनकी छवि आज भी बरकरार है।
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार अब अपनी पुरानी रूकी योजनाओं पर काम आगे बढ़ा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सबसे बड़ी सफलता 500 वर्ष पुराने अयोध्या विवाद का समाधान निकालना रही है कोर्ट का फैसला आने के अब अयोध्या में भूमि पूजन के बाद भव्य राम मंदिर का निर्माण शुरू हो चुका है। जम्मू कश्मीर से धारा 370 और 35-ए का समापन हो चुका है। राज्य में विकास का एक नया युग शुरू हो चुका है। नागरिकता संशोधन अधिनियम एक ऐतिहासिक कानून बना। एनडीए सरकार में महिलाओं को उचित सम्मान मिला और जो मुस्लिम महिलाएं तीन तलाक जैसी कुप्रथाओं से पीडित थीं उनको भी तीन तलाक से आजादी मिली अर्थात तीन तलाक विधेयक पारित करवाया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश लगातार आगे बढ़ रहा है। समावेशी विकास का एक नया युग शुरू हुआ है। संसदीय परम्परा में अभी तक यह कहा जा रहा था कि सरकार राज्यसभा मेें अपने मनपसंद विधेयकों को कैसे पारित करायेगी लेकिन सरकार के दूसरे कार्यकाल में अब यह संकट समाप्त हो चुका है तथा अब राज्यसभा में भी सरकार अपने सभी विधेयकों को आसानी से पारित करवा रही है। वह तब जबकि भाजपा के दो सबसे बड़े सहयोगी शिरोमणि अकाली दल व रामविलास/चिराग पासवान की लोजपा भी एनडीए से अलग हो चुकी है, हालांकि अभी लोजपा एनडीए से बाहर नहीं हुई है।
प्रधानमंत्री का दूसरा कार्यकाल कोरोना महामारी के संकट से जूझ रहा है। कोरोना से रोकथाम के लिए देश में ऐतिहासिक जनता कफ्र्यू लागू किया गया और उसके बाद लाकडाउन लगाया गया। प्रधानमंत्री के नेतृत्व की सरहाना पूरे विश्व में की गयी और उनकी बातों को पूरे विश्व में सम्मान किया गया। कोरोना काल में वसुधैव कुुटुम्बकम का ध्येय पूरे विश्व में गूंजा। पूरे विश्व में भारतीय संस्कृति की अनुगूंज सुनायी पड़ रही है। योग, आयुर्वेद, भारतीय मसालों व संस्कृति की गूंज पूरे विश्व मेें सुनायी पड़ रही है। वैश्विक महामारी के संकटकाल में भारत ने पूरी दुनिया की मदद की। जिसकी प्रशंसा हो रही है।
निश्चय ही प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश में बदलाव की बयार बह रही है। भारत आज हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की ओर अग्रसर है। कृषि का भी विकास हो रहा है वहीं मिसाइलों के क्षेत्र में भी हम आत्मनिर्भर बनने की राह पर अग्रसर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बीस वर्ष का राजनैतिक सफर इतनी जल्दी पूरा हो गया कि पता ही नहीं चल सका। अभी भी नवीनता कायम है। वह लगातार बिना थके काम कर रहे है। जब उनका कार्यकाल समाप्त होगा तब निश्चय ही बड़े-बड़े ग्रंथ लिखे जायेंगे। मोदी जी भारतीय राजनीति के शलाका पुरूष से भी आगे निकल जायेंगे।
— मृत्युंजय दीक्षित